आ गई पुरुषों को रेप से रोकने वाली क्रीम
११ जनवरी २०१७भारत के नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2015 में कम से कम 34 हजार महिलाओं ने बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई है. इनमें से 95 फीसदी से ज्यादा मामलों में अपराधी को पीड़िता किसी ना किसी तरह से जानती थी. इतनी बड़ी संख्या के बावजूद अब भी भारत की गिनती दुनिया में "प्रति व्यक्ति सबसे कम बलात्कार वाले देशों" में होती है. सोचने वाली बात है कि ये कम है तो फिर दुनिया के बाकी देशों में महिलाओं पर यौन अत्याचार की क्या स्थिति होगी.
ओल्ड डेल्ही फिल्म्स नाम के एक यूट्यूब चैनल ने अपने वीडियो में टीवी विज्ञापनों के घिसे पिटे स्टाइल में एक काल्पनिक क्रीम का प्रचार किया है. इस के गुण बताने के अंदाज में वे उन सारे कारणों को गिना गए हैं जो आज भी तमाम यौन अपराधों के बहाने बनते हैं. जैसे कि लड़की के छोटे कपड़े, उसका हंस कर बात करना, अकेले घर से निकलना या फिर देर रात बाहर होना - ये सब बलात्कार का निमंत्रण दिए जाने के बराबर माना जाता है. देखिए ऐसी ही ऊटपटांग लेकिन स्थापित हो चुकी धारणाओं पर गहरी चोट करता ये मजाकिया वीडियो.
जून 2016 में भारत सरकार ने सार्वजनिक बसों में पैनिक बटन और ऐसे दूसरे इमरजेंसी उपकरण लगाए जाने का कानून बना दिया. इनके इस्तेमाल से यौन हिंसा का खतरा होने पर पीड़ित तुरंत इसकी शिकायत पुलिस को दे सकेंगे. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यौन अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस व्यवस्था चौकस करने, ज्यादा से ज्यादा जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के अलावा भी सामाजिक माहौल को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाए जाने की जरूरत है. यौन हिंसा के मामले महिलाओं को घर से ना निकलने देने या कपड़ों पर पाबंदी लगाने से नहीं बल्कि शिक्षा के पाठ्यक्रम में लैंगिक बराबरी के सबक शामिल करने और घर के भीतर से ही लड़का-लड़की में अंतर ना बरतने से कम होंगे.
आरपी/एमजे