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आ गई नैनो

२३ मार्च २००९

दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो आज पूरे ताम झाम और धूम धड़ाके के साथ बाज़ार में उतर गई. सिर्फ एक लाख रुपये की इस कार की बुकिंग नौ अप्रैल से शुरू होगी और जुलाई से आप नैनो को दौड़ा सकेंगे.

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सड़कों पर नैनोतस्वीर: AP

दुनिया भर की कार इंडस्ट्री में ज़बरदस्त मंदी के बीच भारत की टाटा मोटर्स ने दशकों पुराने अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा कर दिखाया.

मुंबई के पांचसितारा ताज होटल में टाटा मोटर्स के प्रमुख रतन टाटा ने लाख रुपये की इस कार को जनता के सामने पेश किया और कहा कि अब वक्त आ गया है जब भारत का मिडिल क्लास मोटरसाइकिल छोड़ कार की सवारी करे.

Tata Nano auf Autosalon in Neu Delhi Indien
रतन टाटा का सपना पूरातस्वीर: AP

रतन टाटा ने इसे मील का पत्थर बताते हुए कहा, ''मैं समझता हूं कि हम अभी भारत के लोगों को ट्रांसपोर्ट का एक नया माध्यम देने के दरवाज़े पर खड़े हैं और मुझे उम्मीद है कि बाद में दुनिया भर के सामने यह पेश किया जाएगा.''

रतन टाटा ने कहा, ''मौजूदा वित्तीय संकट को देखते हुए लोगों को इस कार को खरीदने में ज़्यादा दिलचस्पी होगी.''

दुनिया की सबसे सस्ती कार के लॉन्च होने के मौक़े पर न सिर्फ भारत, बल्कि विदेशों के पत्रकार भी जमा थे और कार प्रेमियों से लेकर ऑटो एक्सपर्ट तक का वहां जमावड़ा लगा था.

टाटा मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रविकांत ने बताया कि नैनो की बुकिंग 9 अप्रैल से 23 अप्रैल तक होगी. शुरू में नैनो कार किसे मिलेगी इसका फ़ैसला लॉटरी के ज़रिए किया जाएगा. रविकांत ने बताया कि इसी साल जुलाई में नैनो कार की डिलीवरी शुरू कर दी जाएगी और फिलहाल सिर्फ एक लाख लोगों के हाथ ही इस लखटकिया कार की चाबी होगी.

Produktion des Tata Nano Autos in Indien
'सबकी' कार नैनोतस्वीर: AP

नैनो के बुनियादी मॉडल में एसी, इलेक्ट्रॉनिक विन्डो और पावर स्टीयरिंग जैसी सुविधा नहीं होगी लेकिन जल्द ही डीलक्स मॉडल भी बाज़ार में उतारा जाएगा.

मंदी में चल रहा शेयर बाज़ार नैनो की ख़बर से ख़ुश हुआ और हफ्ते के पहले कारोबारी दिन टाटा मोटर्स के शेयरों में अचानक 8 फीसदी का उछाल आ गया.

उधर कार के डीलरों का कहना है कि नैनो के बाज़ार में आने से पहले ही ग्राहकों का तांता लग गया है और हर कोई कार के बारे में जानना चाहता है.

हालांकि पिछले साल पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा को अपना नैनो प्लांट बंद करना पड़ा था जिसकी वजह से कंपनी को न सिर्फ विशाल आर्थिक नुक़सान उठाना पड़ा था बल्कि कार का उत्पादन भी प्रभावित हुआ. साल भर के अंदर भारत की टाटा मोटर्स ने अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बड़ी तेज़ी से बनाई है. अभी पिछले साल ही टाटा ने लैंड रोवर और जैगुआर जैसी प्रतिष्ठित कार कंपनियों को ख़रीदा और अब दुनिया की सबसे सस्ती कार बाज़ार में उतार दी है.

टाटा अब साल-दो साल के अंदर नैनो को यूरोपीय बाज़ार में भी उतारना चाहती है. हालांकि यूरोप के मानकों को देखते हुए उसे बेसिक मॉडल में कुछ बदलाव करना होगा और कार क़ीमत यूरोपीय बाज़ार में कहीं ज़्यादा होगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ओएसजे

एडीटरः ए जमाल