अलेप्पो: तब और अब
वो एक दमकता शहर था, जहां हमेशा खूब सैलानी दिखते थे. बाजार भरे रहते हैं. अब वह एक डरावना खंडहर है. देखिये अलेप्पो के अतीत और वर्तमान की तस्वीरें.
उमवी मस्जिद, तब
सन 715 में बनी उमवी मस्जिद सीरिया की शान थी. यह विश्व सांस्कृतिक धरोहर भी रही.
उमवी मस्जिद, अब
2013 में गृहयुद्ध इस मस्जिद तक भी पहुंच गया. इबादत की जगह गोलियां चलने लगीं. मार्च 2016 में एक मीनार ढह गई. अब यह खंडहर सी लगती है.
नहासिन हमाम, तब
पुराने अलेप्पो का यह हमाम सैलानियों की पसंदीदा ठिकाना हुआ करता था.
नहासिन हमाम, अब
छह साल बाद अब इस जगह को देखकर नहीं लगता कि यहां आराम किया जा सकता है. अब यहां पानी और नहाने के सामान के बजाए युद्ध के सबूत मिलते हैं.
किला, तब
अलेप्पो का किला दुनिया के सबसे पुराने और बड़े किलो में शुमार था. इसके कई हिस्से 13वीं शताब्दी में बनाए गए.
किला, अब
समय की लंबी मार झेलने वाला किला अपने ही बांशिदों का झगड़ा नहीं सह पाया. किले के कई हिस्से बिखर चुके हैं.
पुराना शहर, तब
यह तस्वीर नवंबर 2008 की है. पुराना शहर रौनक से सराबोर है.
पुराना शहर, अब
यह तस्वीर 13 दिसंबर 2016 की है. पुराने शहर का वैभव अब कहीं नहीं बचा है.
शाहबा मॉल, तब
दिसंबर 2009 में इस मॉल को क्रिसमस के लिए सजाया गया. 2008 में बने इस शॉपिंग मॉल के डेकोरेशन को देखने कई लोग आए.
शाहबा मॉल, अब
"हमेशा के लिए बंद" अब गूगल पर इस मॉल को सर्च करें तो यही मैसेज आता है. 2014 में हुए हवाई हमलों में यह तबाह हो गया.
अल-जराब बाजार, तब
अल-जराब बाजार का मुख्य द्वार. पुराने जमाने के इस बाजार की यह तस्वीर 2008 में ली गई.
अल-जराब बाजार, अब
उसी बाजार की यह तस्वीर दिसंबर 2016 में ली गई. बाजार का अच्छा खासा हिस्सा बर्बाद हो चुका है.