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अमेरिकी सेना का मिशन इराक ओवर

३ अगस्त २०१०

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि इस साल अगस्त खत्म होने के साथ ही इराक में अमेरिकी सैनिक अभियान भी समाप्त हो जाएगा. लेकिन इराकी सुरक्षाकर्मियों को ट्रेनिंग देने के लिए 50 हजार सैनिक वहां बने रहेंगे.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa/dpaweb

हाल ही में इराक में तेज हुई हिंसा और राजनीतिक अनिश्चितता के बावजूद अमेरिका के राष्ट्रपति ने इराक में अमेरिकी सेना के अभियान को खत्म करने के प्रति प्रतिबद्धता जताई है. ओबामा ने इराक से फौज वापसी का चुनावी वादा किया था.

सोमवार को इराक युद्ध को पूरी जिम्मेदारी के साथ खत्म करने की बात उन्होंने कही. "राष्ट्रपति के पद पर आने के कुछ ही समय बाद मैंने इराक युद्ध के बारे में नई नीति की घोषणा की थी और वादा किया था कि धीरे धीरे इराक के हाथों में उसकी जिम्मेदारी दे दी जाएगी. मैं ये साफ करता हूं कि 31 अगस्त 2010 को इराक में अमेरिकी सेना का युद्ध अभियान खत्म हो जाएगा. हम यही कर रहे हैं. समय सीमा जैसी तय की गई थी उसी हिसाब से काम कर रहे हैं."

अमेरिका इस महीने के आखिर तक इराक में अपने 50 हजा़र सैनिक कम कर देगा. इसके बाद अमेरिकी सेना इराकी सुरक्षा बलों को सिर्फ सलाह देने की भूमिका निभाएगी. ओबामा ने फिर से कहा कि वह अगले साल के आखिर तक पूरी सेना इराक से हटा लेंगे.

US Truppen im Irak
तस्वीर: AP

लेकिन ओबामा ने ये भी कहा कि वहां अभी भी खतरा है. ओबामा की ये घोषणा ऐसे वक्त आई है जब वहां के मुख्य दल चुनाव के पांच महीने बाद भी सरकार बनाने में नाकाम रहे हैं. जुलाई में बढ़ी हिंसा से चिंता बढ़ रही है कि उग्रवादी राजनीतिक अस्थिरता का फायदा उठा कर जातीय विवाद को फैला रहे हैं. सद्दाम हुसैन की सत्ता को गिरे सात साल से भी ज्यादा हो चुके हैं. शिया, सुन्नी और कुर्द पार्टियां चुनाव के पांच महीने बाद भी प्रधानमंत्री के नाम पर सहमत नहीं हो सकी हैं. इस कारण जातीय हिंसा फिर से भड़कने का खतरा है. 2005 में हुए चुनावों के बाद जातीय हिंसा बढ़ी थी.

ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई महीने में इराक में हिंसा के कारण मरने वाले नागरिकों की संख्या दुगनी हो गई. हालांकि पिछले सालों में इस तरह की हिंसा में मरने वाले लोगों की कुल संख्या में कमी आई है.

अफगानिस्तान युद्ध पर बराक ओबामा की देश में काफी आलोचना हो रही है और सरकार इस मुद्दे पर लोगों का समर्थन खो रही है. ओबामा ने कहा, अफगानिस्तान में हमारे सामने कई चुनौतियां हैं. लेकिन ये महत्वपूर्ण है कि अमेरिकी जनता ये जाने की हम आगे बढ़ रहे हैं. और हमारा ध्यान अपने लक्ष्य पर है जो साफ हैं और जिन्हें पाया जा सकता है.

राष्ट्रपति चुनावों के दौरान इराक युद्ध पर ओबामा के विचारों से कई डेमोक्रेट्स और मध्यमार्गी स्वतंत्र उम्मीदवार उनके समर्थन में आए थे.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ओ सिंह