अपनों को ठिकाने लगाने के लिए बदनाम उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया के शासक के सौतेले भाई की हत्या, लेकिन ये पहला मौका नहीं है जब उत्तर कोरिया का ऐसा कोई हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है. इसके पहले भी उत्तर कोरियाई नेतृत्व आलोचना करने वालों को कुचलता रहा है.
ह्वांग जांग-योप
उत्तर कोरियाई एकांतवादी रुख के अग्रणी विचारक और सरकार के आलोचक ह्वांग जांग को मारने की कई बार कोशिशें हुई लेकिन उन्हें किस्मत बचाती रही. 87 साल की उम्र में उनकी मौत हुई. ह्वांग 1997 में जान बचाकर दक्षिण कोरिया भाग गए थे. मृत्यु के पहले साल 2010 में सियोल ह्वांग को मारने की योजना बना रहे दो उत्तर कोरियाई सैनिकों को गिरफ्तार किया था.
जांग-सोंग-थाएक
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के चाचा की हत्या देश के हाई प्रोफाइल मामलों में से एक है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांग-सोंग को भूखे कुत्तों के आगे छोड़ दिया गया था. लेकिन दक्षिण कोरियाई खुफिया तंत्र और उत्तर कोरिया प्रशासन के मुताबिक जांग-सोंग को गोली मारी गई थी.
ह्योन योंग-चोल
साल 2015 में सियोल की सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से खबर आई थी की उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री ह्योन योंग-चोल को एंटी-एयरक्राफ्ट गन से मार दिया गया है. लेकिन इसके तुरंत बाद खुफिया एजेंसियों ने ह्योन के जिंदा होने की संभावना जताई.
पार्क सांग-हक
शासन के आलोचक और पाला बदलने के लिए मशहूर पार्क सांग-हक पर भी उत्तर कोरिया प्रशासन ने निशाना साधा था. साल 2011 में दक्षिण कोरिया ने एक उत्तर कोरियाई कमांडों को पार्क की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार भी किया था.
किम जोंग-नाम
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक किम जोंग-उन ने अपने सौतेले भाई की हत्या करवाई है. मीडिया के मुताबिक किम जोंग-नाम पर जहरीली सुई से मलेशिया एयरपोर्ट पर हमला किया गया था जिसके बाद जोंग-नाम की मौत हो गई. नाम साल 2001 के बाद से ही विदेश में रह रहा था.