किम जोंग उन की छोटी बहन की बढ़ी ताकत
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अपनी छोटी बहन किम यो जोंग को सत्ताधारी पार्टी के पोलित ब्यूरो का वैकल्पिक सदस्य बनाया है. यही पोलित ब्यूरो देश की सबसे बड़ी नीति निर्धारक संस्था है. चलिए जानते हैं किम यो जोंग कौन हैं?
बढ़ी ताकत
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया के अनुसार किम जोंग उन ने देश के सत्ता केंद्र में कई बदलाव किये हैं. उन्होंने अपनी बहन किम यो जोंग को सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी के पोलित ब्यूरो का वैकल्पिक सदस्य बनाया है.
सबसे छोटी
किम यो जोंग उत्तर कोरिया के पूर्व नेता किम जोंग इल के सात बच्चों में सबसे छोटी हैं और मौजूदा नेता किम जोंग उन की छोटी बहन हैं.
कम जानकारी
किम जोंग उन के प्रशासन में किम यो जोंग की अहम भूमिका मानी जाती है, हालांकि बाहर की दुनिया को उनके बारे में बहुत ही कम जानकारी है.
प्रतिबंध
जनवरी 2017 में अमेरिका ने मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों में जिन उत्तर कोरियाई अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाये थे उनमें 28 वर्षीय किम यो जोंग भी शामिल थीं.
पहली बार कब दिखीं
किम यो जोंग को सितंबर 2010 में पहली बार वर्कर्स पार्टी के तीसरे सम्मेलन में अपने पिता की सेक्रेटरी किम ओक के साथ देखा गया. किम ओक के साथ किम जोंग इल के निजी संबंध बताये जाते थे.
टूर मैनेजर
किम यो जोंग को राष्ट्रीय रक्षा आयोग के तहत नेता किम जोंग उन के टूअर मैनेजर के पद पर नियुक्त किया गया.
संभाली थी जिम्मेदारी
ऐसी भी रिपोर्टें हैं कि अक्टूबर 2014 में किम यो जोंग ने राष्ट्र की जिम्मेदारी संभाली क्योंकि उस वक्त उनके भाई और देश के नेता किम जोंग उन का इलाज हो रहा था.
पढ़ाई लिखाई
और एजिटेशन विभाग का उप निदेशक बनाया गया. बताया जाता है कि उन्होंने 1990 के दशक से लेकर 2000 के दशक के शुरुआत में स्विट्जरलैंड के दो स्कूलों में पढ़ाई की.
उत्तराधिकारी नहीं
जानकार जॉन्स मैडेन ने 2014 में डीडब्ल्यू को दिये इंटरव्यू में बताया था कि किम यो जोंग उत्तर कोरियाई तानाशाह के सबसे ज्यादा विश्वासपात्रों में हैं लेकिन महिला होने के कारण वह उत्तराधिकारी नहीं हो सकतीं.