विदेशी मोर्चों पर मोदी की जीत
विदेश यात्राओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी उनका खूब मजाक उड़ाते हैं. लेकिन पिछले दो साल में विदेशी मोर्चों पर उनकी कई उपलब्धियां रही हैं. जानिए...
भूमिका में बदलाव
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी दो दर्जन देशों की यात्राएं की हैं. इनमें ऐसी-ऐसी जगह भी शामिल हैं जहां दशकों से कोई भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया था. इससे यह संदेश गया कि भारत विदेशों में अपनी भूमिका बढ़ाना चाहता है.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
संयुक्त राष्ट्र ने हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का फैसला किया. जून 2015 से यह पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है.
एमटीसीआर की सदस्यता
जून 2016 में भारत को एमटीसीआर की सदस्यता मिल गई. मिसाइल टेक्नॉलजी कंट्रोल रेजीम के लिए भारत ने 2015 में अप्लाई किया था. फ्रांस और अमेरिका ने उसका साथ दिया.
चाबाहार प्रोजेक्ट
मई 2016 में भारत और ईरान के बीच अहम समझौता हुआ जिसके तहत भारत चाबाहार पोर्ट पर एक बर्थ बनाएगा. इससे भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार के लिए पाकिस्तान पर निर्भरता कम होगी.
विदेशी भारतीयों का जुड़ाव
नरेंद्र मोदी जहां गए, वहां बसे भारतीयों से मिले. इससे विदेशी भारतीयों में आत्मविश्वास बढ़ा कि उनका देश उनके साथ है. अब वे भारत में निवेश करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं.