कैफे लैटरीन में खाएंगे?
इंडोनेशिया के सेमरांग का यह कैफे दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है. इसे देखकर आपको हो सकता है अच्छा ना लगे लेकिन कैफे की एक मुहिम है.
प्रचार का बहाना
कैफे टॉयलट में खाना परोसा जाता है टॉयलट सीट जैसे बर्तनों में. अलग-अलग रंग और आकार के ये बर्तन देखकर आप कैसा महसूस कर रहे हैं?
समाज का ख्याल
हर आने वाला पहले पहल चौंकता ही है. लेकिन कैफे के मालिक बुडी लाकसोनो का कहना है कि वह अपने समाज की खातिर ऐसा कर रहे हैं. लाकसोनो एक डॉक्टर भी हैं. वह चाहते हैं कि इंडोनेशिया में लोगों का ध्यान साफ टॉयलेट्स की ओर जाए.
खतरनाक हैं गंदे टॉयलेट्स
बुडी की शिकायत है कि देश में करीब ढाई करोड़ घरों में अब भी टॉयलेट नहीं हैं. सफाई की यह कमी लोगों को बीमार रखती है और देश को पीछे ले जाती है.
सफाई अभियान
बु़डी का कैफे टॉयलेट का आइडिया सभी को पसंद नहीं आता. कुछ लोगों ने तो इसे घिनौना भी कहा. लेकिन लोग इससे जागरूक भी हो रहे हैं.
खुले में शौच
भारत और इंडोनेशिया जैसे तीसरी दुनिया के देशों में टॉयलेट की अनुपलब्धता एक बड़ी समस्या है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक 2014 में इंडोनेशिया में लगभग साढ़े छह करोड़ लोग खुले में शौच जा रहे थे.
सबके घर में टॉयलेट
भारत में भी सरकार ने सबके घर में शौचालय उपलब्ध कराने का अभियान छेड़ रखा है. लेकिन सिर्फ टॉयलेट होने से बात नहीं बनेगी. उन्हें साफ भी रखना होगा.