2600 मूर्तियां, एक कलाकृति
मूर्तिकार गेऑर्ग कोरनर उर्फ मथियाज कोरनर को बहुत बड़े बड़े प्रोजेक्ट्स में मजा आता है. उनकी नयी कृति ट्रांजिट में 2600 आकृतियां हैं. देखिए, यह अद्भुत नजारा...
मूर्तियां ही मूर्तियां
बर्लिन के कलाकार कोरनर ने 2600 छोटी छोटी मूर्तियां बनाई हैं. इसका नाम रखा है ट्रांजिट. यह आईडिया आना सेगहर्स के उपन्यास से आया है. यह उपन्यास निर्वासन, निष्कासन और यात्राओं के बारे में है.
स्टूडियो में
कोरनर बहुत छोटी उम्र से मूर्तियां बना रहे हैं. हाल ही में उन्होंने बर्लिन सिटी पैलेस की मरम्मत का काम खत्म किया है जिसमें 12 साल लगे. यहां वह अपने स्टूडियो में मूर्तियों के साथ खड़े हैं.
एक जगह 999
ट्रांजिट के एक हिस्से में 999 मूर्तियां हैं. वे सीढ़ीनुमा आकार में खड़ी की गई हैं, 45 डिग्री पर. इन मूर्तियों में भक्त, संत, पॉप स्टार्स, मिथकीय किरदार, सैनिक, कॉमेडियन और यहां तक कि खुदकुश हमलावर भी हैं.
अभी अधूरा है
फिलहाल लोग इस कृति को कोरनर के स्टूडियो में देख सकते हैं. यह अभी पूरी नहीं हुई है लेकिन इतनी कला है इसमें कि देखने वाले को बांध ले.
एक एक नायाब
कोरनर ने एक-एक करके हर मूर्ति को खुद बनाया है. हर मूर्ति दूसरे से अलग है. उसमें कुछ खास गुण हैं. जैसे इस पर्दानशीं को देखिए.
नेता भी और नायक भी
मूर्तियों में राजनेता भी हैं और सुपरहीरो भी. इन मूर्तियों में जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल भी हैं तो पॉप स्टार लेडी गागा भी. बैटमैन और सुपरमैन भी हैं.
पर्दे में
बर्लिन में कोरनर के स्टूडियो में कुछ मूर्तियां अब भी पर्दे में हैं. ये अभी पूरी नहीं हुई हैं इसलिए इन्हें छिपाकर रखा गया है.
महीनों की रिसर्च
कोरनर ने इन मूर्तियों के लिए महीनों रिसर्च की है. अपनी हर मूर्ति के लिए उन्होंने नायक को और मूर्तिकला को गहराई तक पढ़ृ-समझकर मिट्टी में ढाला है.
धीरे धीरे
कोरनर एक ही प्रोजेक्ट पर सालोंसाल काम करने के लिए मशहूर हैं. इस दौरान वह पढ़ते रहते हैं और यही वजह है कि उनकी कला धीरे धीरे निखरती चली जाती है. रिपोर्ट: फिलिप येडिके/वीके