बिटकॉइन: बातें जो शायद आपको पता न हों..
क्रिप्टो करंसी बिटकॉइन के मूल्य में हो रही बेतहाशा वृद्धि ने भी पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है. लेकिन यह है क्या, कैसे काम करती है, इसे किसने शुरू किया, चलिए जानते हैं..
बिटकॉइन
बिटकॉइन एक डिजिटल करंसी है जो पारंपरिक सिक्कों और नोटों की शक्ल में मौजूद नहीं है. इसे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ही रखा जा सकता है. इसके जरिए आप अब कुछ चीजें खरीद भी सकते हैं.
कैसे जारी होते हैं बिटकॉइन
बिटकॉइन जारी करने की प्रक्रिया को "माइनिंग" कहते हैं. इसके तहत दुनिया भर के कंप्यूटरों के बीच जटिल कंप्यूटर अल्गोरिदम को हल करने का मुकाबला होता है. जो जीतता है उसे नये बिटकॉइन मिलते हैं.
किसी का नियंत्रण नहीं
पारंपरिक मुद्राओं पर जहां केंद्रीय बैंकों का नियंत्रण होता है, वहीं बिटकॉइन पर ऐसा कोई नियंत्रण नहीं है. यूजर्स, माइनर्स और निवेशकों को मिलाकर बनी एक कम्युनिटी बिटकॉइन को संभालती है.
किसने बनाया बिटकॉइन
आज तक पता नहीं चल पाया है कि बिटकॉइन बनाने वाले सातोशी नाकामोतो हैं कौन. ऑस्ट्रेलियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक और उद्योगपति क्रेग राइट ने मई 2016 में दावा किया कि वह सातोशी नाकामोतो हैं लेकिन वह इसका प्रमाण नहीं दे पाये.
रहस्य
यह भी नहीं पता कि सातोशी नाकामोतो एक छद्म नाम था या फिर कंप्यूटर डेवलपर्स के एक समूह या किसी व्यक्ति ने इस नाम का इस्तेमाल किया. यह भी साफ नहीं है कि नाकामोतो अभी जिंदा है या नहीं.
कुल कितने बिटकॉइन हैं?
अभी तक सिर्फ 1.67 करोड़ बिटकॉइन ही जारी किये गये हैं. 2140 तक इनकी संख्या 2.1 करोड़ तक पहुंच सकती है. अभी हर दस मिनट में 12.5 बिटकॉइन जारी किये जाते हैं.
ऊर्जा की खपत
माइनिंग कंप्यूटरों को चलाने के लिए बहुत ऊर्जा चाहिए. जितना ज्यादा दाम लगता है, उतने ही ज्यादा कंप्यूटर मुकाबले में उतरते हैं. उसी हिसाब से ऊर्जा की खपत बढ़ जाती है.
हर दिन तीन लाख ट्रांजैक्शन
मदरबोर्ड वेबसाइट ने प्रति दिन तीन लाख बिटकॉइन ट्रांजैक्शन के हिसाब से प्रति बिटकॉइन ट्रांजैक्शन 215 किलोवाट प्रति घंटा ऊर्जा की खपत का अनुमान लगाया. इससे अमेरिका में एक सामान्य परिवार की हफ्ते भर की बिजली की जरूरत पूरी हो जाएगी.
बिटकॉइन की सबसे छोटी इकाई
अगर आप बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं तो आपको पूरा बिटकॉइन खरीने की जरूरत नहीं है. आप उसकी सबसे छोटी इकाई सातोशी खरीद सकते है. दस करोड़ सातोशी से मिलकर एक बिटकॉइन बनता है.
शानदार प्रदर्शन
बिटकॉइन का प्रदर्शन 2011 के बाद से किसी भी केंद्रीय बैंक की तरफ जारी मुद्रा के मुकाबले बेहतर रहा है. सिर्फ 2014 में उसका प्रदर्शन पारंपरिक मुद्रा से खराब रहा. 2017 में बिटकॉइन के मूल्य में 1,400 प्रतिशत की वृद्ध हुई है.
लखपति-करोड़पति
अगर आपने 2013 की शुरुआत में एक हजार डॉलर के बिटकॉइन खरीदे और उन्हें बेचा नहीं है तो आज आप 12 लाख डॉलर के मालिक हैं. हालांकि बिटकॉइन के उतार चढ़ाव को देखते हुए बहुत से लोगों को अब भी इसमें ज्यादा विश्वास नहीं है.
बिटकॉइन की चोरी
9.8 लाख से ज्यादा बिटकॉइन एक्सचेंजों से हैकर्स या अंदर के लोगों ने चुरा लिये. मौजूदा एक्सचेंज रेट से देखा जाये तो 15 अरब डॉलर के बिटकॉइन चोरी हो गये. इनमें से कुछ ही बरामद हो पाये.
बिटकॉइन का साम्राज्य
अभी तक जारी किये गये बिटकॉइन का मूल्य 283 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. इस तरह इसका कुल मूल्य वीजा या सिटी ग्रुप से भी ज्यादा है. यह बिटकॉइन के फैलते साम्राज्य की निशानी है.
बिटकॉइन के प्रतिद्वंद्वी
बिटकॉइन दुनिया में अकेली क्रिप्टो करंसी नहीं है. ट्रेड वेबसाइट कॉइनमार्केटकेप का कहना है कि एक हजार से ज्यादा दूसरी क्रिप्टो करंसी अस्तित्व में हैं.