समाजअपनों से मिलने को तरसते शरणार्थी26.12.2017२६ दिसम्बर २०१७ग्रीस के रास्ते तथाकथित वेस्टर्न बाल्कन रूट के जरिए लाखों सीरियाई शरणार्थी जर्मनी पहुंचे. लेकिन अब इस रास्ते को बंद कर दिया गया है. ऐसे में जर्मनी पहुंचे शरणार्थियों के अपने परिवारों से मिलना मुश्किल हो गया है.https://p.dw.com/p/2pxUvतस्वीर: DW/M. Hassaniविज्ञापनRefugee family reunificationTo view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 videoकैसे बना जर्मनी शरणार्थियों की पहली पसंद