जर्मनी में 18 लड़कियों से छेड़खानी, 3 पाकिस्तानी गिरफ्तार
३१ मई २०१६जर्मन पुलिस ने महिलाओं से छेड़छाड़ के आरोप में तीन पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. एक म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान 18 महिलाओं ने छेड़छाड़ की शिकायत की. इसी शिकायत के आधार पर संदिग्धों की धरपकड़ शुरू हुई और इन तीन पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि गिरफ्तारी फिलहाल संदेह के आधार पर ही हुई है.
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात एक म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान कई महिलाओं पर यौन हमले हुए. ज्यादातर पीड़ित युवतियां थीं जिन्होंने बताया कि भीड़ ने उन्हें घेर लिया और उनके साथ बेहूदा हरकतें कीं. यह घटना डार्मश्टाट की है जहां चार दिन का ओपन एयर म्यूजिक फेस्टिवल चल रहा था.
पुलिस का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है. इस बात की भी जांच चल रही है कि महिलाओं के साथ किसी तरह की लूटपाट तो नहीं हुई. शुरुआत में तीन ही महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसी शिकायत के आधार पर तीनों पाकिस्तानी युवकों को गिरफ्तार किया गया. ये युवक 28 से 31 साल के बीच के हैं. तीनों ने जर्मनी में शरण की अपील कर रखी है. उनकी गिरफ्तारी के बाद से 15 और महिलाएं सामने आ चुकी हैं.
पुलिस को अभी कुछ और युवकों की तलाश है जो इस घटना में शामिल हो सकते हैं. अधिकारियों के मुताबिक दो से तीन और संदिग्धों की तलाश की जा रही है. एक बयान में पुलिस ने कहा, "पीड़ित महिलाओं का कहना था कि उनके साथ बदसलूकी करने वाले दक्षिण एशियाई मूल के दिख रहे थे."
शनिवार को डार्मश्टाट में हुई घटना के पीड़ितों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि और लड़कियां भी इस तरह के आरोपों के साथ सामने आ सकती हैं. उस रोज वहां एक लाख से ज्यादा लोग मौजूद थे.
31 दिसंबर की रात जर्मनी के शहर कोलोन में भी ऐसी ही घटना हुई थी. तब अरब और उत्तर अफ्रीकी मूल के लोगों ने महिलाओं के साथ बदसलूकी की थी. और हमला भी लगभग इसी तरह का था कि युवतियों को एक भीड़ ने घेरा और फिर उनके साथ बदसलूकी की. जर्मनी में उस घटना की तीखी प्रतिक्रिया हुई थी.
पिछले एक साल में जर्मनी में दस लाख से ज्यादा शरणार्थी आए हैं. स्थानीय लोगों में इन शरणार्थियों को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया है. जहां कुछ लोगों ने दिल खोलकर इन शरणार्थियों का स्वागत किया है वहीं बहुत से लोगों ने नाराजगी भी जाहिर की है. कोलोन और डार्मश्टाट जैसी घटनाएं शरणार्थियों के विरोधियों को बोलने और आलोचना करने की वजहें भी दी हैं.
वैसे कोलोन की घटना के बाद से ऐसी शिकायतें बढ़ी हैं. महिलाओं ने विदेशी मूल के लोगों पर छेड़खानी के आरोप लगाए हैं. हालांकि इनमें से काफी आरोप झूठे निकले. अगर आरोपी पाकिस्तानियों को दोषी पाया गया तो उन्हें वापस उनके मुल्क भेज दिया जाएगा.
वीके/आईबी (एएफपी)
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