राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जानिए
रामनाथ कोविंद एक सामान्य पृष्ठभूमि से उठकर भारत के सर्वोच्च पद पर पहुंचे हैं. चलिए जानते हैं भारत के 14वें राष्ट्रपति के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
14वें महामहिम
रामनाथ कोविंद भारत के 14वें राष्ट्रपति हैं और उनका जन्म 1 अक्टूबर 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुआ था. राष्ट्रपति बनने से पहले वह बिहार के राज्यपाल थे.
दूसरे दलित राष्ट्रपति
कोविंद भारत के दूसरे ऐसे राष्ट्रपति हैं जिनका संबंध दलित समुदाय से है. इस पद तक पहुंचने वाले पहले दलित केआर नारायणन थे जो 1997 से 2002 तक भारत के राष्ट्रपति रहे.
अच्छे वक्ता
पेशे से वकील होने के नाते कोविंद एक अच्छे वक्ता हैं. माना जा रहा है कि बतौर राष्ट्रपति उनका कार्यकाल सुगम ही रहेगा. हालांकि राष्ट्रपति बनने से पहले बतौर राजनेता उन्होंने कोई बड़ी छाप नहीं छोड़ी है.
प्रणब के उत्तराधिकारी
रामनाथ कोविंद ने बतौर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्थान लिया है. उनका कार्यकाल 24 जुलाई 2017 को खत्म हुआ. राष्ट्र के नाम अपने विदाई संदेश में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सहिष्णुता और बहुलतावाद ही देश की पहचान हैं.
अहम भूमिका
भारत में असली सत्ता प्रधानमंत्री के हाथ में होती है. फिर भी राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रपति ही होता है. राजनीतिक अनिश्चितता और अस्थिरता के समय राष्ट्रपति की भूमिका बहुत अहम हो जाती है. वही तय करता है कि कौन सरकार बनायेगा. राष्ट्रपति तीनों सेनाओं का सेनापति भी होता है.
आरएसएस से संबंध
भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति, दोनों पदों पर ऐसे व्यक्ति विराजमान हैं जिनका संबंध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से है. कोविंद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं.
विपक्ष में सेंध
रामनाथ कोविंद को सत्ताधारी एनडीए के अलावा कुछ ऐसी पार्टियों का भी समर्थन मिला, जिनका भाजपा से छत्तीस का आंकड़ा है. इनमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडी(यू) खास तौर से शामिल है जिन्होंने विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार की बजाय कोविंद का समर्थन किया.
राष्ट्रपति भवन
राष्ट्रपति भवन भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास होता है. ब्रिटिश राज में वायसराय हाउस कही जाने वाली इस इमारत में तीन सौ से ज्यादा कमरे हैं. राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डेन की अलग ही छटा है जिसे कुछ दिनों के लिए आम लोगों के लिए भी खोला जाता है.
राष्ट्रपति का कार्यकाल
भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच साल का होता है और उसे संसद और राज्य विधानसभाओं के सदस्य चुनते हैं. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे. उनके बाद इस पद पर रहने वालों में सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जाकिर हुसैन, वीवी गिरी, आर वेंकटरमन और शंकर दयाल शर्मा के नाम प्रमुखता से लिये जा सकते हैं.