गर्भावस्था से जुड़ी कुछ गलतफहमियां
प्रेग्नेंट महिलाओं को तो डॉक्टर से ज्यादा नसीहतें परिवार वाले देते हैं. अनुभव से सीखी दादी परदादी की बातें कई बार काम की होती हैं लेकिन हर नसीहत को मानने की जरूरत नहीं.
अब से तुम्हें दो के लिए खाना है
यह सबसे आम धारणा है. जी नहीं, गर्भवती महिला को दो के लिए नहीं खाना होता क्योंकि बच्चे का आकर वयस्क जितना नहीं होता. गर्भावस्था में भूख हार्मोन के रिसाव के कारण लगती है, इसलिए नहीं कि बच्चा खाना मांग रहा होता है. कुल मिला कर प्रति दिन 300 कैलोरी ज्यादा लेना काफी होता है.
दूध दही खाने से होगा गोरा बच्चा
भारत में गोरेपन के लिए लोग पागल हैं. बच्चे के पैदा होने से पहले ही उसके गोरा चिट्टा होने की बातें शुरू हो जाती हैं. दूध दही जैसी सफेद चीजें खा कर आपका बच्चा गोरा नहीं होगा और ना ही नारियल पानी पीने से. बच्चे का रंग माता पिता के जीन्स निर्धारित करते हैं.
घी खाने से डिलीवरी में आसानी
यह समझना जरूरी है कि हमारा शरीर एक मशीन है जिसमें अलग अलग तरह के सिस्टम होते हैं. जब आप कुछ खाते हैं तो वह पाचन तंत्र में पहुंचता है, प्रजनन तंत्र में नहीं. इसलिए आप कितना भी घी खा लें, वह ल्यूब्रिकेंट का काम नहीं कर सकता.
सेक्स करना सही नहीं
गर्भावस्था के दौरान महिला सेक्स का उतना ही आनंद ले सकती है जितना उससे पहले या बाद में. सेक्स करने से बच्चे को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता, बल्कि इसे योनि के लिए एक अच्छी कसरत के रूप में देखा जा सकता है.
सुंदर बच्चे की तस्वीर देखो
जरूरत से ज्यादा तनाव से बचें, अच्छा सोचें, ये इसलिए जरूरी है ताकि सही प्रकार के हार्मोन शरीर में सक्रिय रहें लेकिन अपने सामने लड्डू गोपाल की तस्वीर लगा लेने से आपका बच्चा उनके जैसा नहीं दिखने लगेगा.
सीढियां मत चढ़ो
आप सीढियां भी चढ़ सकती हैं, कसरत भी कर सकती हैं और जहां चाहे घूमने भी जा सकती हैं. आपके शरीर को जिस चीज की आदत है, उसे बनाए रखें. अगर पहले ये सब नहीं करती रही हैं, तो एक्सपेरिमेंट करने की जरूरत नहीं है.
पेट का आकार बताता है लड़का या लड़की
पेट सामने की ओर निकला है तो बेटी, फैला हुआ है तो बेटा. जी नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं होता. हां खेल खेल में मन बहलाने के लिए यह बुरा नहीं है.
गोलू मोलू बच्चा यानी चंगी सेहत
अगर आप गर्भावस्था के दौरान बहुत ज्यादा घी और चीनी का सेवन करती हैं, तो उसका असर बच्चे की सेहत पर पड़ेगा. जी हां, बच्चा गोलमटोल पैदा होगा लेकिन यह खुश होने की बात नहीं है. सामान्य से ज्यादा वजन के बच्चे बड़े हो कर डायबटीज और दिल की बीमारियों का शिकार होते हैं.