बार बार देखो ये 5 मॉडिफाइड कारें
ऑटो कंपनियां करोड़ों रुपये लगाकर कारों के नए मॉडल विकसित करती हैं. लेकिन कारों के कुछ शौकीन अपने शौक और थोड़े से पैसों के दम पर कारों को अपनी पसंद का स्वरूप दे देते हैं. देखिए ऐसी ही पांच अनोखी मॉडिफाइड कारें.
फहराडी फरफला FFX
गैस पैडल की जगह साइकिल के पैडल लगी ये फहराडी जो दिखती है, वो असल में है नहीं. कलाकार हांस लांगेडेर ने दो लोगों की सवारी वाली पैडल कार पर कार्डबोर्ड के ढांचे और एक प्लास्टॉक जोड़ा और बना डाली ये फेरारी के डिजाइन से प्रेरित कार.
नया-नवेला टैबी
2014 में इतावली कंपनी ओएस व्हीकल ने एक ऐसी नई तरह की कार पेश की थी जिसे ऑनलाइन ऑर्डर कर घर पर बनाने में केवल घंटा भर लगता है. टैबी की बॉडी 500 यूरो यानी करीब चालीस हजार रुपये की है और ग्राहक खुद तय करता है कि कार चार सीट वाली होगी या दो सीट वाली. इंजन भी वही तय करता है और ईंधन भी, यानि इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड. उसका लेटेस्ट मॉडल है तस्वीर में दिख रहा टैबी EVO और इसकी कीमत है करीब 11,000 यूरो.
फिलांडी एवर एस
इतावली मोरीनो फिलांडी की कार मरम्मत की दुकान होती थी. वह कोई नई सुपरकार नहीं खरीद सकते थे तो उन्होंने खुद ही एक बना डाली. चार साल की मेहनत से उन्होंने एक मर्सिडीज एसएल के कोर का इस्तेमाल कर उसे एक फ्यूचरिस्टिक स्पोर्ट्स कार की शक्ल दे डाली. एलुमिनियम से बनी कार की बाहरी बॉडी इसे किसी साइंस फिक्शन फिल्म जैसा दिखाती है.
कॉस्मोट्रॉन
यह कार तो किसी साइंस फिक्शन जैसी ही लगती है. ड्राइवर की सीट के ऊपर प्लेक्सीग्लास डोम और बाहर से दिखने वाला इसका छह-सिलिंडर वाला क्रोम इंजिन कॉस्मोट्रॉन को सबसे अलग बनाता है. यह केवल दिखावे की चीज नहीं है बल्कि इसे सड़क पर चलाने की भी इजाजत है. इसे रचा है एक ब्रिटिश बढ़ई पॉल बेकन ने, वे भी केवल 18 महीने में.
ब्रूटस
इसके भीतर एक शक्तिशाली 750-हॉर्सपावर का इंजिन लगा है. ब्रूटस में 1920 के दशक के एक हवाईजहाज का इंजिन लगा है और इसकी बॉडी 1907 की एक रेसिंग कार की है. जर्मनी के जिनशाइम के ऑटो एंड टेक्नॉलजी म्युजियम की टीम ने इसे बनाया है. यह जोरदार शोर करते हुए स्टार्ट होता है और स्टार्ट होते समय इससे चिंगारियां ही नहीं आग भी निकलती है.