आप मालदीव को कितना जानते हैं?
हिंद महासागर में बसा देश मालदीव इन दिनों संकट में घिरा है. मालदीव क्षेत्र और आबादी के लिहाज से बहुत छोटा है लेकिन रणनीतिक रूप से काफी अहम है.
छोटा सा देश
मालदीव दक्षिण एशिया का सबसे छोटा देश है जिसका क्षेत्रफल 298 वर्ग किलोमीटर है. इसका मतलब है कि भारत की राजधानी दिल्ली क्षेत्रफल में मालदीव से पांच गुना बड़ी है.
आबादी
प्राकृतिक रूप से बेहद सुंदर मालदीव 1200 द्वीपों पर बसा है. हालांकि इनमें से ज्यादातर पर कोई नहीं रहता. देश की लगभग सवा तीन लाख की आबादी में लगभग 40 फीसदी लोग राजधानी माले में रहते हैं.
मुस्लिम देश
मालदीव एक मुस्लिम बहुल देश है, जहां 98.4 फीसदी लोग मुसलमान हैं. देश की आधिकारिक भाषा धिवेही है, जो श्रीलंका में बोली जाने वाली सिंहला भाषा के करीब है. लेकिन इसे अरबी की तरह दांए से बाएं लिखा जाता है.
कब मिली आजादी
मालदीव को 1965 में ब्रिटेन से आजादी मिली. 1968 में मालदीव में एक जनमत संग्रह के बाद सुल्तान मोहम्मद फरीद दीदी को सत्ता से हटाकर इब्राहिम नासिर पहले राष्ट्रपति बने. वह दस साल तक पद पर रहे.
गयूम का मादलीव
इब्राहिम नासेर के बाद देश की बागडोर मामून अब्दुल गयूम के हाथों में आई जो लगातार तीस साल तक राष्ट्रपति बने रहे. 1980 के दशक में तीन बार उनके तख्तापलट की नाकाम कोशिशें भी हुईं. लेकिन अक्टूबर 2008 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी.
पहले लोकतांत्रिक चुनाव
मालदीव के इतिहास में 2008 में पहली बार लोकतांत्रिक रूप से राष्ट्रपति चुनाव हुआ और देश की बागडोर युवा नेता मोहम्मद नशीद के हाथों में आई. लेकिन 2012 में हफ्तों तक चले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद नशीद को इस्तीफा देना पड़ा.
फिर संकट
2018 के शुरू होते ही मालदीव में फिर संकट की आहट सुनाई देने लगी. राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने मानने से इनकार कर दिया और जजों को गिरफ्तार कराया गया.
दखल की अपील
सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति मामून अब्दुल गयूम को भी गिरफ्तार किया. पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने भारत से दखल देने की अपील की. हालांकि भारत ने अब तक सीधे सीधे दखल देने का कोई संकेत नहीं दिया है.
समंदर में कैबिनेट बैठक
मालदीव दुनिया के उन इलाकों में शामिल हैं जिन पर समुद्र के बढ़ते जलस्तर के कारण खतरा मंडरा रहा है. 2009 में राष्ट्रपति नशीद ने दुनिया का ध्यान इस तरफ खीचने के लिए कैबिनेट की बैठक पानी के अंदर की.
अर्थव्यवस्था
पर्यटन देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. कई द्वीपों को खास तौर से पर्यटन के लिए तैयार किया गया है जहां सैलानियों के लिए हर सुविधा है. पर्यटन कंपनियां मालदीव को एक ट्रॉपिकल स्वर्ग की तरह पेश करती हैं. यहां की मुद्रा मालदीवियन रुफिया है.