ऐसा है उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया का बॉर्डर
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया का बैर किसी से छुपा नहीं है. इसीलिए दोनों के बीच की सीमा को दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक माना जाता है. जानते इसके बारे में कुछ अहम बातें.
कोरियन बॉर्डर
कोरियन मिलिटैराइज्ड जोन (डीएमजे) जमीन की एक पट्टी है जो कोरियाई प्रायद्वीप को बांटती है. इसके एक तरफ दक्षिण कोरिया है और दूसरी तरफ उत्तर कोरिया.
1953 से कायम डीएमजेड
यह पट्टी लगभग 250 किलोमीटर लंबी है और लगभग चार किलोमीटर चौड़ी है. 1953 में उत्तर कोरिया, चीन और संयुक्त राष्ट्र के बीच हुए समझौते के बाद डीएमजेड अस्तित्व में आया.
जारी है युद्ध
इस समझौते के बाद भी उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच शांति कायम नहीं हुई. तकनीकी रूप से दोनों देशों के बीच अब भी युद्ध जारी है. युद्ध नहीं तो वाकयुद्ध तो चल ही रहा है.
भारी सैन्य मौजूदगी
जीएमजेड के दोनों तरफ भारी सैन्य जमावड़ा रहता है. इस इलाके में ना सिर्फ कंटीली तारें लगी हैं, बल्कि वहां बहुत सी बारूदी सुरंगें भी बिछाई गई हैं. निगरानी के लिए बहुत सारे कैमरे भी लगे हैं.
तड़ातड़ गोलियां
डीएमजे को दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में गिना जाता है, जिसके आरपार जाना लगभग ना मुमकिन है. इस इलाके में हल्की सी हलचल पर ही गोलियां की तड़ातड़ शुरू हो जाती है.
सीमा पर सुरंगें
बताया जाता है कि हमले के लिए हमेशा तैयार रहने के लिए उत्तर कोरिया ने सीमा पर चार सुरंगें भी खोद रखी हैं. कई लोगों का कहना है कि ऐसी कई और सुरंगें भी हो सकती हैं.
बढ़ी सख्ती
2011 में सत्ता संभालने वाले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सीमा पर और सख्ती करवा दी है. हाल में उत्तर कोरिया ने कई बार ड्रोन उड़ा कर यह जानने की भी कोशिश की है कि दक्षिण कोरिया की तरफ क्या तैयारियां चल रही हैं.
खतरनाक रास्ता
आम तौर पर उत्तर कोरिया से हर साल एक हजार लोग भाग कर दक्षिण कोरिया जाते हैं. लेकिन इस खतरनाक रास्ते को पिछले एक दशक में मुट्ठी भर लोगों ने ही चुना है. वैसे सैलानियों को डीएमजेड का टूअर कराया जाता है.
सीमा पर प्रोपेगैंडा
डीएमजेड पर दोनों देश बड़े बड़े लाउडस्पीकरों के जरिए एक दूसरे के खिलाफ प्रोपेगैंडा करने के लिए भी मशहूर रहे हैं. 2004 में वे इस बंद करने के लिए सहमत हुए, लेकिन जब भी तनाव बढ़ता है यह प्रोपेगैंडा चालू हो जाता है.
पनमुनजोम
कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिमी तट के पास डीएमजेड के भीतर पनमुनजोम में जॉइंट सिक्योरिटी एरिया है. यह अकेली ऐसी जगह है जहां उत्तर और दक्षिण कोरिया के सैनिक आमने सामने होते हैं. यहीं पर कोरियाई युद्धविराम की संधि हुई थी.
और फिर मिले किम और मून
उत्तरी कोरिया के तानाशाह शासक किम जॉन्ग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने 27 अप्रैल 2018 को ऐतिहासिक मुलाकात की. ये मुलाकात भी दोनों देशों की सीमाओं पर हुई. माना जा रहा है कि अगर ऐसी मुलाकातें होती रहीं तो दोनों देशों के बीच का तनाव कुछ कम हो सकता है.