जर्मनी: गठबंधन पर दुविधा में एसपीडी
७ दिसम्बर २०१७सितंबर में हुए आम चुनावों में सोशल डेमोक्रेट्स की पार्टी एसपीडी को करारी हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद एसपीडी नेता मैर्केल के नेतृत्व में मौजूदा सरकार से बाहर कर आकर पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए कमर कस रहे थे. विपक्ष की भूमिका के लिए वे खुद को ढाल रहे थे. लेकिन जब मैर्केल उदारवादी एफडीपी और पर्यावरण मुद्दों पर सक्रिय ग्रीन पार्टी के साथ गठबंधन बनाने में नाकाम रही तो उन्होंने नई सरकार के गठन के लिए फिर से एसपीडी का रुख किया.
अब सवाल यह है कि क्या फिर से एसपीडी जूनियर पार्टनर के तौर पर महागठबंधन में शामिल होगी? गुरुवार से बर्लिन में होने वाली एसपीडी की कांफ्रेंस में इसी सवाल का जबाव तलाशने पर जोर होगा. अगर एसपीडी गठबंधन के लिए राजी होती है तो नई सरकार के पास संसद में पूरा बहुमत होगा लेकिन यह पार्टी के लिए अंत की शुरुआत हो सकती है.
गठबंधन के लिए ग्रीन सिग्नल नहीं दिया: शुल्त्स
गठबंधन के लिए मैर्केल की नजरें फिर एसपीडी पर
एसपीडी दो बार पहले कड़वा घूंट पी चुकी है. एसपीडी 2005 से 2009 तक सीडीयू/सीएसयू के साथ सरकार में भागीदार बनी और चुनाव में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी. पार्टी ने 2013 के चुनाव के बाद फिर मैर्केल के साथ जाने का फैसला किया और 2017 के चुनाव में फिर वही हुआ.
बीते सितंबर में हुए चुनावों में पार्टी को 20.5 प्रतिशत वोट हासिल हुए. यह पार्टी के 154 साल के इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन था. आम लोगों की पार्टी कही जाने वाली एसपीडी के लिए यह बड़ा धक्का था. चुनाव के बाद बर्लिन में गुरुवार को पार्टी का पहला सम्मेलन होने जा रहा है.
इस बीच, एसपीडी नेता मार्टिन शुल्त्स ने गठबंधन को लेकर अपने रुख को पहले से थोड़ा सा नरम किया है. माना जाता है कि ऐसा राष्ट्रपति फ्रांक वॉल्टर श्टाइनमायर के आग्रह पर हुआ है जो राष्ट्रपति पद संभालने से पहले एसपीडी के बड़े नेता थे. शुल्त्स ने हाल में माना कि वह सीडीयू/सीएसूय के नेताओं के साथ गठबंधन की संभावना पर बात करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वार्ता से तय होगा कि एसपीडी गठबंधन का हिस्सा बनने को तैयार या नहीं.
एसपीडी के भीतर कई हलकों में गठबंधन विरोधी भावनाएं काफी प्रबल बतायी जाती हैं. एसपीडी सांसद मारको बुलोव कहते हैं कि अगर पार्टी ने मैर्केल के साथ गठबंधन बनाने का फैसला किया तो इससे पार्टी का "अस्तित्व खतरे में" पड़ सकता है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर एसपीडी सरकार में भागीदार बनती है तो उसे अपने और सदस्य भी गंवाने पड़ सकते हैं. पार्टी की युवा शाखा भी गठबंधन के खिलाफ है. ऐसे में पार्टी नेता मार्टिन शुल्त्स पर सम्मेलन में खासा दबाव होगा.
शुल्त्स को इसी साल मार्च में पार्टी के भीतर 100 प्रतिशत मतों के साथ नेता चुना गया था. सम्मेलन में फिर से वह अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश करेंगे. अब देखना है कि पार्टी के 600 प्रतिनिधियों के बीच उन्हें कितने प्रतिशत समर्थन मिलेगा. खुद शुल्त्स कह चुके हैं, "मुझे फिर से 100 प्रतिशत मत नहीं मिलेंगे." बहरहाल शुल्त्स और पार्टी की संसदीय नेता आंद्रिया नाहेल्स अगले हफ्ते सीडीयू/सीएसयू नेताओं से मिलने वाले हैं. शुल्त्स ने वादा किया है कि पार्टी सदस्य ही तय करेंगे कि गठबंधन में शामिल होना है या नहीं.