यहां होगा थाईलैंड के राजा का दाह संस्कार
एक साल पहले दुनिया को अलविदा कहने वाले थाईलैंड के राजा भूमिबोल अदुल्यादेज का दाह संस्कार इसी महीने होगा. चलिए जानते हैं कि कैसे थाईलैंड अपने प्रिय राजा को देगा अंतिम विदाई.
शाही अंतिम संस्कार
शाही अंतिम संस्कार की रस्म पांच दिन तक चलेगी. इसकी शुरुआत 25 अक्टूबर को होगी और समापन 29 अक्टूबर को. वास्तविक दाह संस्कार 26 अक्टूबर को होगा जिसे सार्वजनिक छुट्टी घोषित किया गया है.
जोरों पर काम
अंतिम संस्कार के स्थल पर इन तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. बड़ी संख्या में लोगों को वहां काम पर लगाया गया है. इस दौरान हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखा जा रहा है.
आयेंगे लाखों लोग
सरकार के मुताबिक शाही अंतिम संस्कार में ढाई लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. बहुत से लोगों के लिए यह पहला मौका होगा जब वे किसी राजा के अंतिम संस्कार का गवाह बनेंगे.
लोकप्रिय राजा
भूमिबोल अदुल्यादेज ने थाईलैंड पर सात दशकों से भी ज्यादा समय तक राज किया. इस दौरान देश में हुई भारी सियासी उथल पुथल के बीच उन्हें नैतिकता की कसौटी के तौर पर देखा जाता था.
काले कपड़े
88 वर्ष की आयु में 13 अक्टूबर 2016 को उनका निधन हो गया. आधिकारिक तौर पर एक साल तक चले शोक के दौरान बहुत थाई लोगों ने हमेशा काले कपड़े ही पहने.
लंबा इंतजार
बौद्ध परंपराओं के मुताबिक अंतिम संस्कार के लिए एक हफ्ते या उससे भी ज्यादा समय तक इंतजार किया जाता है. शाही अंतिम संस्कार इस मामले में अपवाद माने जाते हैं.
आठ ढांचे
शाही अंतिम संस्कार के स्थल पर आठ ढांचे खड़े किए गये हैं, जो पहाड़ों के प्रतीक हैं. प्राचीन थाई मान्यताओं के अनुसार यही पहाड़ पूरे ब्रह्मांड को संभाले हुए हैं.
मेरु पर्वत
इन्हीं पर्वतों में से एक मेरु पर्वत है जहां हिंदू मान्यताओं के अनुसार देवताओं का निवास है. इन ढांचों को देवी देवाओं के गहनों से सजाया जायेगा.
चंदन की लकड़ी
अंतिम संस्कार के दौरान सात तरह की चंदन की लकड़ी के फूलों का इस्तेमाल किया जाएगा, क्योंकि थाई लोग मानते हैं कि चंदन की लकड़ियों की खुशबू दिवंगत आत्मा को सीधे स्वर्ग ले जाएंगी.
समारोह और कार्यक्रम
दौरान कई तरह के आयोजन रखे गये हैं. एक शानदार रथ के जरिए दिवंगत राजा के शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा जबकि उनके अवशेषों को एक विशेष जुलूस के साथ वहां से लाया जायेगा.
रेप्लिका
अंतिम संस्कार में हिस्सा नहीं ले सकते, उनके लिए देश भर में 85 जगहों पर इस आयोजन के छोटे छोटे रेप्लिका तैयार किये गए हैं.
अलविदा..
शाही महल का कहना है कि पिछले अक्टूबर से 1.16 करोड़ लोगों बैकॉक के शाही महल में पहुंच कर अपने प्रिय राजा के प्रति सम्मान व्यक्त किया है.
नये राजा
अदुल्यादेज के बाद उनके बेटे वाजीरालोंगकोर्न को थाईलैंड का राजा बनाया गया है. हालांकि जनता के बीच वह अपने पिता जितने लोकप्रिय नहीं हैं और कई विवाद भी उनके साथ जुड़े रहे हैं.