पाक: चार ब्लॉगर लौटे, पर मिल रही हैं मौत की धमकियां
३० जनवरी २०१७4 से 8 जनवरी के बीच पाकिस्तान के पांच ब्लॉगर लापता हो गए. इसमें इस्लामाबाद से सलमान हैदर, लाहौर के अहमद वकास गोराया और आसिम सईद, ननकाना के अहमद रजा नसीर और कराची के समर अब्बास शामिल थे. यह सभी या तो धार्मिक स्वतंत्रता के समर्थन में लिख रहे थे या फिर पाकिस्तानी फौज के आलोचक थे. मानवाधिकार संगठनों का आरोप है कि इन लोगों के अपहरण के पीछे सरकारी एजेंसियों का हाथ था. हालांकि सरकार इस तरह के आरोपों से इनकार कर चुकी है.
जो चार लोग लौट आए हैं, उनकी सेहत कैसी है और उन्हें किसने अगवा कर रखा था, इस बारे में उनके परिवारों ने कुछ नहीं कहा है. समर अब्बास को छोड़ कर बाकी सभी लोग लौट आए हैं. अब्बास के भाई अशर अब्बास ने डीपीए को बताया कि उनके भाई के बारे में अधिकारियों को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है.
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लौटने वाले ब्लॉगरों में से तीन पाकिस्तान में ही है जबकि चौथा सिंगापुर या जर्मनी चला गया है. परिवार के सदस्यों की तरफ से यह जानकारी दी गई है. लेकिन इंटरनेट की आजादी के लिए मुहिम वाले इस्लामाबाद स्थित एक संगठन बाइट्स फॉर ऑल का कहना है कि चारों लोग देश से बाहर चले गए हैं.
जैसे ही ये लोग लापता हुए तो सोशल मीडिया पर उन पर और उनके परिवारों पर ईशनिंदा के आरोप लगने शुरू हो गए. पाकिस्तान में किसी पर भी ईशनिंदा के आरोप लगना बहुत खतरनाक बात है, क्योंकि इसके लिए मौत की सजा भी हो सकती है. इसके अलावा ऐसे लोगों पर कट्टरपंथी सरेआम आम हमला कर सकते हैं, उन्हें गोली मार सकते है या जिंदा जला सकते हैं.
बाइट्स फॉर ऑल का कहना है कि चारों ब्लॉगरों के परिवारों को लश्कर ए झंगवी जैसे गुटों की तरफ से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. धमकी भरे एक संदेश में लिखा गया, "तुमने ईशनिंदा की है और तुम्हें मरना ही होगा.. अपने मिसाली अंत के लिए तैयार रहना जिसे तुम्हारी आने वाली नस्लें भी याद रखेंगी."
एके/एमजे (डीपीए)
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