यूं जगमगा उठी बर्लिन की इमारतें
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हर साल फेस्टिवल ऑफ लाइट्स होता है. शहर की इमारतों को इस दौरान एक नया ही रूप मिल जाता है. देखिए रोशनी के अद्भुत नजारे..
बर्लिन का कथीड्रल
13वीं बार आयोजित किये जा रहे बर्लिन के इस फेस्टिवल का इस साल का नारा है 'भविष्य का निर्माण'. इसमें पांच देशों से 11 कलाकार हिस्सा ले रहे हैं. 3डी मैपिंग तकनीक से इन्होंने इस मशहूर कथीड्रल को अपना कैनवास बना लिया है.
हुम्बोल्ट यूनिवर्सिटी
यहां 360 डिग्री का प्रोजेक्शन लगाया गया है जिससे हुम्बोल्ट यूनिवर्सिटी की लॉ फैकल्टी का पूरा स्क्वायर ही विभिन्न रंगों में जगमगा उठा है.
टीवी टावर
बर्लिन की पहचान अलेक्जांडरप्लाट्स. यहां टीवी टावर के सामने 'वक्त के रखवाले' खड़े किये गये हैं. इन्हें बनाने वाले कलाकार मानफ्रेड कील्नहोफर का कहना है कि वे कुछ ऐसा रचना चाहते थे जो वक्त और आकार में बंधा हुआ ना हो.
होटल दे रोम
जर्मनी की मशहूर अदाकारा मारलीन डीटरिष को भी यहां जगह दी गयी है. मनोरंजन जगत के अलावा राजनीति और पर्यावरण के मुद्दों को भी यहां उजागर किया गया है.
राष्ट्रपति भवन
यह है बेलव्यू महल, जर्मनी का राष्ट्रपति भवन. यहां सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचोव और पूर्वी जर्मनी के एरिष होनेकर के मशहूर सोशलिस्ट किस को दर्शाया गया है.
ब्रैंडनबर्ग गेट
पिछले साल फेस्टिवल ऑफ लाइट्स देखने 22 लाख से अधिक लोग बर्लिन पहुंचे. इस साल यह 15 अक्टूबर तक चलेगा और उम्मीद है कि और भी लोग इसकी ओर आकर्षित होंगे.