भारत के सदाबहार गीत
बॉलीवुड के कुछ गीत भारतीय संस्कृति का गहरा हिस्सा बन चुके हैं. एक नजर ऐसे ही गीतों पर जो खास मौकों पर हमेशा सुनाई पड़ते हैं.
ऐ मेरे वतन के लोगों
1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान लता मंगेशकर ने ये गीत गाया और पूरा देश फफक पड़ा. तब से लगातार 26 जनवरी और 15 अगस्त के दिन भारत में यह गीत जरूर सुनाई पड़ता है.
आज मेरे यार की शादी है
शादी किसी की हो, ये गाना जरूर बजेगा. बारात दाखिल होने से ठीक पहले इस पर खूब डांस भी होगा.
डम डम डिगा डिगा
यह बहुत पुराना गीत शादियों में डांस के वक्त जरूर सुनाई पड़ता है. शायद इस गीत को लेकर नई और पुरानी पीढ़ी के बीच मतभेद बहुत कम हैं.
बाबुल की दुआएं लेती जा
दुल्हन की विदाई के वक्त यह गाना हमेशा बजता है और न रोने वालों का भी गला भर सा देता है.
रंग बरसे भीगे चुनर वाली
ये बोल सुनते ही होली याद आती है. साल भर इस गाने को कोई सुने ना सुने होली आते ही यह जगह जगह सुनाई पड़ता है और त्यौहार का माहौल बना देता है.
चक दे, ओ चक दे इंडिया
भारत का कोई भी खिलाड़ी या टीम अगर कोई बड़ा कमाल कर दे तो ये गीत सुनाई पड़ेगा. खासकर टीवी पर. ये गाना जीत के जश्न को बढ़ा सा देता है.
बहती हवा सा था वो
दोस्तों के हर ग्रुप में एक दोस्त ऐसा निकल ही आता है जो बड़ी दूर चला जाता है. 3 इडियट्स फिल्म का ये गीत उसी दूर गए दोस्त को समर्पित होता है.