लॉबिंग पर लगाम की मांग
५ अप्रैल २०१३ऑस्ट्रिया के यूरोपीय सांसद हंस-पेटर मार्टिन ने पिछले दो साल में उन्हें दी गई पेशकश की डायरी प्रकाशित की है जिसमें सरकारी खर्चे पर यात्रा और शाम के खाने पर निमंत्रण से लेकर एक इंटरनेट कंपनी द्वारा मसाज चेयर पर आराम जैसी सुविधाओं की पेशकश शामिल है. सांसद का कहना है कि दो साल में उन्हें पेशकश की गई मुफ्त सुविधाओं का मूल्य 65,000 यूरो है. इसके बाद यूरोपीय संसद में लॉबीइस्टों के साथ संपर्क की जानकारी देने की मांग में तेजी आ गई है.
यूरोपीय संसद में 749 सदस्य हैं. मार्टिन का कहना कि मुफ्त सुविधाओं का मोटा मोटी आकलन इस तथ्य पर आधारित है कि हर दिन औसत तीन बार लॉबीइस्टों का ऑफर मिलता हैं. वे चाहते हैं कि उनके द्वारा मुफ्त उपहार की पेशकश पर रोक लगे. निर्दलीय सांसद मार्टिन संसद की प्रभावशाली आर्थिक और मौद्रिक आयोग के सदस्य हैं. वह वित्तीय क्षेत्र में नियम बनाने में अहम भूमिका निभाने लगी है जिसके कारण उसकी ताकत बढ़ रही है. मार्टिन का मानना है कि उनका अनुभव समस्या का एक छोटा हिस्सा मात्र है.
मार्टिन कहते हैं, "कोई ऐसा दिन नहीं गुजरता जब बैंकर, फंड के प्रतिनिधि या बीमा कंपनी के मैनेजर आपको खाने पर, पार्टी में या कंसर्ट के लिए आमंत्रित नहीं करते." हंस-पेटर मार्टिन ने उनसे 1,427 मुलाकातों का जिक्र किया है, जिनमें से 315 में लॉबीइस्टों ने उनके मतदान को प्रभावित करने की सक्रिय कोशिश की है. वैसे वे विवादों से परे नहीं हैं. 2004 में वे तब सुर्खियों में आ गए थे जब उन्होंने बहुत से सांसदों पर संसद के फर्जी बिल पर भत्ता लेने का आरोप लगाया था.
उन पर संसद के खर्च का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगा था. इन आरोपों से बरी किए जाने के बाद पत्रकार से सांसद बने मार्टिन ने वह डायरी पेश की जिसमें लॉबीइस्टों से मुलाकातें दर्ज हैं. वे कहते हैं, "मैं यह दावा नहीं करता कि ये आंकड़े अंतिम हैं. मैं तो एक सामान्य सांसद हूं, दूसरों का उनसे ज्यादा लेना देना है." मार्टिन की मांग है कि अच्छा होगा यदि सभी सांसद इस नियम का पालन करें, और लॉबीइस्टों से अपनी मुलाकातों को दर्ज करें. बहुत से सांसद ऐसा नहीं करना चाहते.
ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के मुख्यालय में अनुमानतः 15,000 लॉबीइस्ट काम करते हैं. इस समय उनसे उम्मीद की जाती है कि वे संसद और यूरोपीय आयोग द्वारा बनाए गए एक रजिस्टर में स्वैच्छिक रूप से अपनी गतिविधियों की जानकारी देंगे. यह रजिस्टर आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों के निजी हितों की शिकायतों के सामने आने के बाद बनाया गया था. चर्च और धार्मिक समुदायों तथा राजनीतिक दलों और स्थानीय निकायों की संस्थाओं को इससे अलग रखा गया है.
जर्मनी के ग्रीन पार्टी के सांसद यान फिलिप अलब्रेष्ट लॉबी ग्रुपों के प्रभाव को रोकने के हिमायती हैं लेकिन उनका कहना है कि लॉबीइस्टों पर बाध्यकारी कानून बनाना मुश्किल होगा. उनका कहना है, "सांसदों पर मुख्य रूप से बड़ी कंपनियों द्वारा बमबारी होती है , जो इसका खर्च उठा सकते हैं." उनका कहना है कि लॉबी रजिस्टर को ऐच्छिक नहीं बल्कि बाध्यकारी होना चाहिए. "बहुत से ऐसे सांसद हैं जो नियमित रूप से बड़े औद्योगिक खिलाड़ियों के प्रभाव में रहते हैं, लेकिन इसकी खबर नहीं आती." वे सांसदों से डिनर के निमंत्रण को सार्वजनिक करने मांग करते हैं ताकि लोग तय कर सकें क्या कोई अभी भी निष्पक्ष है.
लॉबी ग्रुप ब्रसेल्स में प्रभाव डालने को कितना महत्वपूर्ण मानते हैं और उसकी कितनी कोशिश करते हैं, इसका अनुभव यान फिलिप अलब्रेष्ट ने खुद यूरोपीय संघ के डाटा सुरक्षा सुधार पर संसद के रिपोर्टर के रूप में किया है. एक साल में 170 मुलाकातें रिकॉर्ड की. वे कहते हैं, "और दस गुना ज्यादा इन्क्वायरी आई थी."
दोनों सांसद लॉबी के काम को गलत नहीं मानते क्योंकि उससे विभिन्न तबकों के हितों के बारे में जानने का मौका मिलता है. लेकिन मार्टिन की शिकायत है, "सांसदों को कानून में संशोधन के विस्तृत प्रस्तावों और मांगों से पाट दिया जाता है." इसका असर भी पड़ता है. लॉबीप्लाग नाम के ऑनलाइन पोर्टल ने हाल में एक तुलना कर दिखाया कि किस तरह सांसदों ने डाटा सुरक्षा सुधारों पर अपने संशोधन के प्रस्तावों में कंपनियों और लॉबिइस्टों के टेक्स्ट को शब्दशः शामिल कर लिया.
एमजे/एनआर (एएफपी)