येदियुरप्पा पर नाबालिग के यौन शोषण के आरोप
१५ मार्च २०२४मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पीड़िता की मां ने इस मामले में शिकायत दज कराई थी. उसने अपने बयान में बताया कि उसकी बेटी का बलात्कार किया गया था लेकिन उस मामले में उसे न्याय नहीं मिल पा रहा था, जिस वजह से वह येदियुरप्पा से मदद मांगने दो फरवरी को उनके घर पर गई.
एफआईआर में लिखा है कि महिला की शिकायत जानने के बाद 81 साल के येदियुरप्पा उसकी बेटी को एक कमरे में ले गए, दरवाजा बंद कर दिया और वहां उसका यौन शोषण किया. महिला ने यह भी बताया कि जब उसने येदियुरप्पा का विरोध किया तो उन्होंने कहा कि वह जांच कर रहे थे कि लड़की के साथ वाकई बलात्कार हुआ है या नहीं.
पुलिस पर भी सवाल
एफआईआर में यह भी लिखा है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने बाद में माफी मांगी और महिला से कहा कि वह इस बारे में किसी को ना बताए.
कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि महिला बेंगलुरु के सदाशिवनगर पुलिस थाने के बाहर करीब पांच घंटों तक आवाज उठाती रही और तब जाकर पुलिस ने पॉक्सो कानून की धारा आठ (यौन हमला) और भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (ए) (यौन शोषण) के तहत मामला दर्ज किया.
येदियुरप्पा ने इन आरोपों से इनकार किया है. मिंट अखबार के मुताबिक बीजेपी नेता ने एक बयान में कहा है कि उन्होंने तो उस महिला की मदद करने के लिए उसे कुछ पैसे भी दिए थे और बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर को फोन कर कहा भी था कि वो उनकी शिकायत सुनें और जरूरी कदम उठाएं.
उन्होंने कहा कि इन सब बातों को मरोड़ कर एफआईआर बना दिया गया है और वो अब कानूनी तरीके से इस मामले में लड़ेंगे. उनके कार्यालय ने यह भी दावा किया है कि इस महिला ने इससे पहले भी अलग अलग लोगों के खिलाफ कुल 53 मामलों में शिकायत दर्ज करवाई हुई है.
सरकार का राजनीतिक बदले से इंकार
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वरा ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने इस मामले की चर्चा मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री से की है और इसके पीछे राजनीतिक बदले की कोई कोशिश नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि मामले में अभी जांच चल रही है और अगर जरूरत पड़ी तो परिवार को पुलिस सुरक्षा भी दी जाएगी. येदियुरप्पा कर्नाटक में बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से हैं. वह चार बार मुख्यमंत्री और तीन बार नेता, प्रतिपक्ष रह चुके हैं.