बजट के अनोखे रिकॉर्ड
आम बजट महज आम आदमी के लिए ही नहीं बल्कि वित्त मंत्रियों के लिए भी खास होता है. पेश हैं बजट पेश करने वाले वित्त मंत्रियों से जुड़ीं कुछ मजेदार बातें...
पहला बजट
आर. के. षणमुखम चेट्टी ने स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट पेश किया था, लेकिन प्रधानमंत्री नेहरू के साथ अपने मतभेदों के चलते उन्होंने जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
सुबह के वक्त पहला बजट
साल 2001 की वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने पहली बार आम बजट शाम में नहीं बल्कि सुबह 11 बजे पेश किया.
बजट से चूकने वाले वित्त मंत्री
नेहरू सरकार में वित्त मंत्री रहे टी. टी. कृष्णमाचारी ने मूंदड़ा कांड में नाम आने के चलते बजट प्रस्तुति के कुछ दिनों पहले अपने पद से इस्तीफा दिया था.
विनिवेश
यशवंत सिन्हा ने पहली बार अपने बजट भाषण में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सरकारी हिस्सेदारी के विनिवेश की बात की थी.
प्रवासी भारतीयों को छूट
प्रवासी भारतीयों द्वारा निवेश में छूट संबंधी घोषणा पहली बार प्रणब मुखर्जी ने अपने बजट भाषण में की थी.
कर्ज चुका दिया
आईएमएफ से विस्तारित निधि सुविधा ऋण के तहत लिए गए ऋण की आखिरी किश्त 1.1 अरब डॉलर्स की अदायगी की घोषणा प्रणब मुखर्जी द्वारा ही अपने बजट भाषण में की गई थी.
बर्थडे पर बजट
29 फरवरी के दिन जन्मे मोरारजी देसाई ने वर्ष 1964 और 1968 में दो बार बजट अपने जन्मदिन पर पेश किया था.
एकमात्र महिला
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी देश की पहली महिला वित्त मंत्री भी रही, अब तक किसी अन्य महिला ने यह पद नहीं संभाला है.