मुसलमान बने सऊदी अरब में ब्रिटिश राजदूत
१५ सितम्बर २०१६सऊदी लेखक फौजिया अल बक्र ने ब्रिटिश राजदूत और उनकी पत्नी हुदा कॉलिस की तस्वीर पर ट्विटर पर लगाते हुए लिखा, "सऊदी अरब में ब्रिटेन के पहले राजदूत जो इस्लाम धर्म स्वीकार करने के बाद हज कर रहे हैं. साइमन कॉलिस अपनी पत्नी हुदा के साथ मक्का में."
कॉलिस ने इस ट्वीट के लिए फौजिया को धन्यवाद किया और बताया कि मुस्लिम दुनिया में 30 साल गुजारने के बाद और हुदा से शादी करने से ठीक पहले उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया था. उन्होंने 2011 में इस्लाम धर्म अपनाया. लेकिन इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता था. हज की तस्वीर सामने आने के बाद अब यह बात सार्वजनिक हो गई है.
साइमन कॉलिस ने 1978 में ब्रिटिश विदेश सेवा जॉइन की. पिछले साल जनवरी में सऊदी अरब में राजदूत नियुक्त किए जाने से पहले वह इराक, सीरिया और कतर में भी राजदूत रहे हैं. दुबई और बसरा में वह ब्रिटिश कॉन्सुलेट जनरल रहे हैं जबकि ट्यूनिस, नई दिल्ली और अम्मान में भी काम कर चुके हैं.
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि विदेश मंत्रालय ने उनके मुसलान बन जाने या हज करने पर कोई टिप्पणी करने से इनकार करते इसे इसे उनका निजी मामला बताया है. रियाद में ब्रिटिश दूतावास की तरफ से भी इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है.
इस्लाम धर्म स्वीकार करने के बाद बहुत से लोग अपना नाम भी बदल लेते हैं, लेकिन बताया जाता है कि कोलिस ने अपना नाम नहीं बदला है. कोलिस भी 19 हजार ब्रिटिश लोगों में शामिल जिन्होंने इस साल हज की. इस पवित्र यात्रा के लिए दुनिया भर के लगभग बीस लाख लोग सऊदी अरब पहुंचे.
इन तस्वीरों में जानें, लोग हज में करते क्या हैं