1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

चमगादड़ के पंखों से ड्रोन का आयडिया

२८ जून २०१६

प्र​कृति में मौजूद अनगिनत डिजायनों में से चमगादड़ के पंखों की बनावट एक नायाब चीज है. इसी से प्रेरित होकर वैज्ञानिक एक नया ड्रोन बना रहे हैं.

https://p.dw.com/p/1JF45
Fledermaus Tier
तस्वीर: Fotolia/Valeriy Kirsanov

चमगादड़ के पंखों में एक खास तौर की लचीली झिल्लीदार त्वचा होती है जो उन्हें बेजोड़ एरोडायनैमिक काबिलियत देती है. यूनिवर्सिटी ऑफ साउथएम्प्टन के शोधकर्ता चमगादड़ों की इसी का​बिलियत से प्रेरित होकर एक नया ड्रोन बना रहे हैं. चमगादड़ की शारीरिक बनावट की नकल करते हुए ये शोधकर्ता चाहते हैं कि ड्रोन के निर्माण में नए आयाम जोड़े जाएं.

शोधकर्ताओं ने ऐसे पंख बना लिए हैं जो कि उड़ान के समय लगने वाले बल के अनुसार अपना आकार बदल लेते हैं. विंड टनल परीक्षण के दौरान झिल्लीदार आकार के ये पंख हवा की ​बदलती स्थिति के अनुरूप अपना आकार बदलने में कामयाब रहे हैं.

शोध पर काम कर रहे यूनिवर्सिटी ऑफ साउथएम्प्टन के प्रोफेसर भारत गणपतिसुब्रमणि कहते हैं, ''​यह झिल्ली असल में बहुत हद तक एक जहाज के पाल की तरह काम करती है. जब हवा का दबाव इस पर पड़ता है यह एक तरह से अपना आकार बदल लेती है और इससे एरोडायनैमिक परिणाम निकलते हैं. यह सिर्फ इतना ही नहीं करती जबकि यह वाइब्रेट भी करती है और झटके भी देती है. और ये झटके एरोडायनैमिक प्रदर्शन को और बढ़िया बनाते हैं.''

पंखों की लोच हवा को घुमाते हुए एक भंवर भी बनाती है जिससे ड्रोन को और उपर उठने में भी मदद मिलती है. शोध में साथ काम कर रहे शोध छात्र और ड्रोन डिजाइनर रॉबर्ट ब्लेशवित्स कहते हैं, ''झिल्लीदार पंख इसे हवा में रोके रखते हैं क्योंकि सतह की गति भंवर को बढ़ाती है जिससे पंख नीचे की तरफ झुकते हैं और ये भंवर ड्रोन को उठाने का काम करते हैं. और ऐसे में इन भवरों को बढ़ाने के लिए जरूरत होती है झिल्लियों से पैदा हुए झटकों की.''

हालांकि यह ड्रोन जमीन की सतह पर ही उड़ सकते हैं लेकिन इसके निर्माताओं का कहना है कि यह पानी के ऊपर स्थिर रहने में अधिक कामयाब हैं. दो इलैक्ट्रिक राउटरर्स पंखों के नीचे हवा की एक गद्दी बना देते हैं जिसमें यह यान तैरने लगता है. एक बार यह हवा में तैरने लगता है तो राउटर्स इसे लगातार ऐसा करने में मदद करते हैं. शोधकर्ता अब इन झिल्लीदार पंखों को एक मजबूत मानवरहित हवाई यान में बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं. वे प्रकृति से प्रेरित ड्रोन्स की एक नई प्रजाति तैयार कर रहे हैं.

आरजे/एमजे (रायटर्स)