1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सावधान: दिल्ली में मरे हुए पक्षियों से दूर रहें

विवेक कुमार
२१ अक्टूबर २०१६

बर्ड फ्लू का डर अब दिल्ली के चिड़ियाघर से उड़ता हुआ हवा में फैल चुका है. जगह जगह पक्षियों के शव मिलने से चिंता का माहौल है. सरकार मुस्तैद हो गई है.

https://p.dw.com/p/2RVjI
Symbolbild Puten Geflügelpest im Landkreis Vorpommern-Greifswald
तस्वीर: David Furst/AFP/Getty Images

गुरुवार को सरकार ने इस बात की पुष्टि कर दी कि बीते 48 घंटों में कम से कम 10 पक्षी मरे हुए पाए गए हैं. इनमें 5 दक्षिणी दिल्ली के हौज खास स्थित डीयर पार्क में मिले. इसलिए अब डीयर पार्क को भी लोगों के लिए बंद कर दिया गया है.

दिल्ली का चिड़ियाघर मंगलवार से बंद है. वहां 6-7 पक्षी मरे हुए मिले थे. जांच के बाद पाया गया कि उनकी मौत एवियन फ्लू से ही हुई थी. इसके बाद चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया. लेकिन मौतों का सिलसिला अब भी जारी है. दो और पक्षियों के शव मिल चुके हैं. लेकिन चिंता की बात यह है कि पक्षी सार्वजनिक जगहों पर भी मरे हुए मिल रहे हैं. चिड़ियाघर से एक किलोमीटर दूर सुंदरनगर में तीन कौवे मरे हुए मिले. कम से कम एक पक्षी का शव तुगलकाबाद की असोला भट्टी सैंक्चुरी में मिला है. यह प्रवासी पक्षियों के आने की जगह है.

दिल्ली सरकार में विकास मंत्री गोपाल राय ने बताया कि डीयर पार्क में तीन बत्तख मरी हुई मिली थीं और गुरुवार को वहां दो प्रवासी पक्षियों के शव भी मिले. उन्होंने कहा, "हमने पार्क को अनिश्चतकाल के लिए बंद कर दिया है." हालांकि राय कहते हैं कि अभी डरने की जरूरत नहीं है लेकिन लोगों को सावधान रहना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोग अपने इलाके में मरे हुए पक्षियों को लेकर सचेत रहें. अगर कोई मरा पक्षी दिखे तो उसके पास ना जाएं और तुरंत सरकारी हेल्प लाइन नंबर (011-23890318) पर सूचित करें."

यह भी देखें: हजारों कुत्तों का कत्ल

 

इस बीच पशुपालन विभाग में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने की तैयारी की जा चुकी है. दिल्ली में मरे पाए गए सभी पक्षियों के शव जांच के लिए जालंधर की लैब में भेजे जा गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार ने लिखा है, "हमने 10 त्वरित बल बनाए हैं. साथ ही 23 सदस्यों का एक दल बनाया गया है जिसकी अध्यक्षता विकास सचिव संदीप कुमार करेंगे. यह दल विभिन्न विभागों के बीच सामंजस्य बनाकर काम करने पर निगरानी रखेगा. इसके अलावा म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की 10 टीमों को भी तैयार रखा गया है ताकि संकट के समय उनका इस्तेमाल किया जा सके."

बर्ड फ्लू एक घातक वायरस है और इसकी मृत्युदर बहुत ज्यादा है. 2003 से 2016 के बीच दुनियाभर में इसके 856 मामले सामने आए जिनमें से 452 की मौत हो गई. बर्ड फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को तेज बुखार, खराब गला, पेट के निचले हिस्से में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.

जानिए, कैसे फैलता है मर्स वायरस