इटली के अंतोनियो तैयानी बने यूरोपीय संसद के नए अध्यक्ष
१८ जनवरी २०१७पेशे से पत्रकार रहे तैयानी ऐसे समय में पद संभाल रहे हैं जब यूरोपीय संघ के अस्तित्व पर सवाल उठ रहे हैं. ब्रिटेन जहां यूरोपीय संघ से अलग हो रहा है, वहीं पुराने प्रतिद्वंद्वी रूस और ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पुराने सहयोगी अमेरिका की तरफ से नई चुनौतियां नजर आ रही हैं.
तैयानी मध्य-दक्षिणपंथी यूरोपियन पीपुल्स पार्टी के सदस्य हैं. उन्होंने यूरोपीय संसद के अध्यक्ष पद के चुनाव के अंतिम चरण में अपने ही देश के सोशलिस्ट जान्नी पितेला को 282 के मुकाबले 351 वोटों से मात दी. तैयानी जर्मनी के मार्टिन शुल्त्स का स्थान लेंगे, जिन्होंने हाल ही में पद छोड़ने का एलान किया था. शुल्त्स इस साल होने वाले जर्मन आम चुनावों में किस्मत आजमाएंगे.
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चुनाव के बाद शुल्त्स ने तैयानी से हाथ मिलाते हुए कहा, "मैं आपको हार्दिक बधाई देता हूं. आपको मेरी तरफ से शुभकामनाएं हैं."
यूरोपीय परिषद के नेता डोनाल्ड टुस्क ने इस मौके पर यूरोपीय संसद के अध्यक्ष पद की अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "मैं अंतोनियो तैयानी को यूरोपीय संसद का अगला अध्यक्ष बनने पर बधाई देता हूं और उनके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं. एक एकजुट और मजबूत यूरोपीय संघ को एक रचनात्मक और प्रभावशाली यूरोपीय संसद चाहिए."
63 वर्षीय तैयानी को अध्यक्ष पद के चुनाव में ब्रिटेन और पोलैंड की सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टियों का भरपूर समर्थन मिला. ये पार्टियां यूरोपीय संघ की कटु आलोचक रही हैं. इनका कहना है कि यूरोपीय संघ राष्ट्रीय संप्रभुता का अतिक्रमण कर रहा है और उनकी नजर में यूरोपीय संघ लालफीताशाही से भरपूर है जिससे पैसे की बर्बादी हो रही है.
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इन देशों का समर्थन पाने के लिए तैयानी ने एक बयान जारी कर कहा कि यूरोपीय संघ की समस्याओं के "समाधान अधिक से अधिक यूरोप में नहीं खोजे जा रहे हैं." लेकिन उनका यह भी कहना है कि यूरोपीय संघ को खत्म करके भी समाधान नहीं मिल सकते हैं.
तैयानी पहली बार 1994 में यूरोपीय संसद के सदस्य चुने गए थे. वह 2008 से 2010 तक यूरोपीय संघ के परिवहन आयुक्त रहे और फिर 2010 से 2014 तक उन्होंने उद्योग आयुक्त की जिम्मेदारी संभाली. 2014 से वह यूरोपीय संसद के उपाध्यक्ष थे.
एके/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)