तीस घंटों बाद जमीन से निकले
दक्षिण अफ्रीका में एक दिन तक सोने की खान में फंसे रहे सभी 955 खनिकों को बाहर निकाल लिया गया है. बिजली कटने से ये खनिक फंस गए थे. लेकिन अब सभी सही सलामत बाहर आ गए हैं.
सब बाहर आ गए
खान के प्रवक्ता ने कहा है, "सब बाहर आ गए हैं." उन्होंने कहा कि कुछ खनिकों को पानी की कमी और ब्लड प्रेशर बढ़ने जैसे समस्याएं हुई. लेकिन चिंता वाली कोई बात नहीं है.
घंटों जमीन के अंदर
ये खनिक लगभग 30 घंटों तक खान में फंसे रहे. दरअसल तूफान की वजह से बिजली कट गई. ऐसे में, खान से खनिकों को बाहर लाने वाली लिफ्ट ने काम करना बंद कर दिया. इसके चलते नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारी फंस गए.
इंजीनियरों की मशक्कत
कई घंटों की मशक्कत के बाद इंजीनियर बिजली को बहाल करने में कामयाब रहे जिसके बाद सभी खनिक बारी बारी से बाहर आ सके. ये लोग बुधवार की शाम से खान में फंसे थे.
शुक्र है..
सभी को ऊपर जमीन की सतह पर लाने में लगभग दो घंटे का समय लगा. खान में फंसे एक व्यक्ति माइक खोंतो ने कहा, "बहुत मुश्किल थी. पर्याप्त हवा भी नहीं आ रही थी. शुक्र है कि प्रबंधन हम तक खाना और पानी भेज पाया."
"भयानक अनुभव"
जब किसी के हताहत होने के बारे में पूछा गया तो खान चलाने वाली कंपनी का कहना है कि अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है, हालांकि उन लोगों के लिए यह एक "भयानक अनुभव" तो था ही.
घरों को रवाना
जब खान से इन लोगों को निकाला जा रहा था तो वहां एंबुलेंसों के साथ साथ पत्रकारों का भी बड़ा जमावड़ा था. सूर्योदय के समय खनिकों के बाहर आने के बाद उनका मेडिकल चेकअप हुआ और उसके बाद बसों में वे अपने घरों को रवाना हो गए.
इनकार करें खनिक..
वैसे खनिकों के परिजन घटनास्थल पर ही जमा हो गए थे. दक्षिण अफ्रीका की नेशनल यूनियन ऑफ माइनवर्कर्स (एनयूएम) खनिकों से कहती है कि वे खतरनाक परिस्थितियों में काम करने से इनकार करें.
संसदीय समिति नाराज
एक संसदीय समिति ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है. उसका कहना है कि कंपनी के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाए. समिति का कहना है कि इस बात को कैसे स्वीकार किया जा सकता है कि कंपनी के पास खनिकों को बाहर लाने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है.