अपने बारे में ये जानते हो?
इंसान बहुत ही उलझा हुआ मसला है. अंदर से भी और बाहर से भी. मन से भी और शरीर से भी. अपने ही बारे में हम कितनी बातें नहीं जानते. पेश हैं ऐसी ही 8 बातें...
त्वचा के 4 रंग
त्वचा के चार रंग होते हैं. सफेद और थोड़ा सा क्रीम ऊपर की सतह पर होता है. उसके नीचे रक्त कोशिकाओं की वजह से लाल रंग होता है जिसकी वजह से सतह पीली भी लगती है. अल्ट्रावायलेट किरणों के कारण काला रंग भी होता है. जब सब अलग-अलग अनुपात में मिलते हैं तो त्वचा का वह रंग तय होता है जो हमें दिखता है. इसी आधार पर नस्लों के रंग अलग-अलग हो जाते हैं.
हंसी को पकड़ लो
किसी को हंसते देखकर हंसी आती है. असल में यह ध्वनि से होता है. हंसी की आवाज हमारे मस्तिष्क के उन क्षेत्रों को उकसाती है जो चेहरे की मांसपेशियों को गति देते हैं. इसी वजह से हम हंस पड़ते हैं.
दांत ही दांत
एक वयस्क इंसान में 32 दांत होते हैं लेकिन इतने दांतों की हमें जरूरत नहीं होती. कुछ दांत तो फालतू ही होते हैं.
बदलता है मस्तिष्क
मस्तिष्क में सबसे ज्यादा बदलाव किशोरावस्था में आते हैं. उस वक्त अंदर बहुत ज्यादा कोशिकाओं का उत्पादन भी उसी वक्त होता है और हॉर्मोन भी बनते हैं. इसी वजह से किशोरों की हरकतें अलग प्रतिक्रियावादी हो जाती हैं.
छोटा दिमाग बड़ा काम
मस्तिष्क शरीर का सिर्फ 2 फीसदी हिस्सा घेरता है लेकिन उसे 20 फीसदी ऑक्सीजन चाहिए होती है. और खूब सारी ऊर्जा भी. तीन मुख्य धमनियां मस्तिष्क को खून भेजती रहती हैं. उनमें से एक भी बंद हो जाए तो खतरा पैदा हो जाता है.
हड्डियां सप्लायर हैं
हड्डियों का काम सिर्फ शरीर को संभाले रखना ही नहीं होता. यही हमारे शरीर में कैल्शियम का जरूरी स्तर भी बनाए रखती हैं. अगर शरीर में कैल्शियम कम हो जाता है तो हड्डियां फौरन सप्लाई बढ़ा देती हैं.
यादें याद करने के लिए
बचपन में घटी किसी घटना को याद करने की संभावना शरीर की स्थिति पर भी निर्भर करती है. अगर आप शरीर को उसी पोजीशन में कर लें जो घटना के वक्त थी, तो याद आने की संभावना ज्यादा होगी.
खतरनाक रसायन
आप खतरनाक रसायन लेकर सुरक्षा जांच पास कर सकते हैं? आप करते हैं. सबसे खतरनाक रसायन तो आपके शरीर में ही होते हैं, खासकर पेट के निचले हिस्से में.