2030 की 8 भविष्यवाणियां
वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम ने ग्लोबल फ्यूचर काउंसिल्स के विशेषज्ञों ने पूछा कि 2030 में दुनिया कैसी होगी. विशेषज्ञों ने ये 8 भविष्यवाणियां की हैं.
सब किराये पर
लोगों के पास कोई चीज अपनी नहीं होगी. कार, घर, घर का सामान और यहां तक कि कपड़े भी. जो भी चाहिए, सर्विस सेक्टर आपको फौरन उपलब्ध कराएगा. जब तक जरूरत हुई, इस्तेमाल किया और फिर लौटा दिया.
अमेरिका-राज खत्म
अकेले अमेरिका की बादशाहत खत्म हो चुकी होगी. अमेरिका, रूस, चीन, जर्मनी, भारत और जापान मिलकर एक संघ की तरह दुनिया चलाएंगे. लेकिन राष्ट्र की जगह ऑनलाइन पहचान ले लेगी.
अस्पतालों की विदाई
अस्पतालों की जरूरत खत्म हो जाएगी. उनकी जगह घरोस्ताल (home-spital) ले लेंगे. हादसे कम होंगे. प्रिंटेड अंग उपलब्ध होंगे तो विकलांगता खत्म हो जाएगी. रोबोट घरों में आकर इलाज कर पाएंगे.
शाकाहार का राज
लोग मांस खाना कम कर देंगे. कन्विनिएंस फूड ज्यादा सेहतमंद हो जाएगा तो लोग उसकी ओर बढ़ेंगे.
सीरियाई रिफ्यूजियों की धाक
आज जो लोग सीरिया को छोड़कर दुनियाभर में जा रहे हैं, वे लोग बड़ी बड़ी कंपनियां चला रहे होंगे. इससे आर्थिक समेकन को बल मिलेगा. आबादी ज्यादा संख्या में इधर से उधर जाएगी.
पश्चिमी मूल्यों पर खतरा
पश्चिमी मूल्यों पर हमले बढ़ेंगे. उन पर तीखे सवाल उठेंगे. लोकतंत्र की पश्चिमी परिभाषाओं को चुनौतियां मिलेंगी.
मंगल पर वास
ब्रह्मांड के किसी और वासी से मुलाकात हो जाएगी. धरती पर जीवन को लेकर समझ और बढ़ेगी. हम मंगल पर बसने को तैयार होंगे.
कार्बन प्राइस
जो जितनी कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ेगा उसे उसकी कीमत चुकानी होगी. चीन ने 2017 में CO2 उत्सर्जन के अधिकार खरीदकर इसकी शुरुआत कर दी है.