500 रुपए का फ़िल्मस्टार
३ मई २०१०ओनीर की इस फ़िल्म का नाम है आई ऐम. इसमें चार कहानियां हैं - आई ऐम ओमर, आई ऐम अभिमन्यू, आई ऐम मेघा और आई ऐम आफ़िया. इन कहानियों के ज़रिये बच्चों का यौन शोषण, समलैंगिकता या माओवादी संकट जैसी समस्याओं पर प्रकाश डालने की कोशिश की गई है. अनुराग बसु के अलावा प्रसिद्ध निर्देशक अनुराग कश्यप या नंदिता दास भी इनमें मुख्य भूमिकाओं में हैं.
फ़िल्म के साथ बसु के जुड़ने के किस्से के बारे में ओनीर कहते हैं कि वे दोनों फ़िल्मफ़ेयर की जूरी के सदस्य थे. अचानक अनुराग आए और उन्होंने कहा - 500 रुपए देना, कॉफ़ी के पैसे चुकाने हैं. ओनीर को लगा कि यह बिल्कुल उनकी फ़िल्म के चरित्र सा दिख रहा है. उन्होंने कहा - ये लो 500 रुपए, मेरी अगली फ़िल्म में काम करने के पैसे.
बसु की भूमिका बड़ी नहीं है. इसके विपरीत अनुराग कश्यप एक मुख्य भूमिका में हैं. उसकी कहानी भी कोई कम दिलचस्प नहीं है. जब कश्यप को पता चला कि ओनीर बच्चों के यौन शोषण पर एक फ़िल्म बना रहे हैं, तो वे खुद उनके पास आए और मदद करने की पेशकश की. अनुराग कश्यप को भी कभी इस तरह की त्रासदी का सामना करना पड़ा था.
सभी ऐसे स्टार्स लगभग बिना पैसे लिए फ़िल्म के लिए काम कर रहे हैं. वे सह निर्माता हैं, और फ़िल्म से अगर मुनाफ़ा हो, तो उन्हें भी हिस्सा मिलेगा. वैसे यह फ़िल्म कोई बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर नहीं है, मुनाफ़े की बहुत गुंजाइश भी नहीं है. जून या जुलाई में फ़िल्म रिलीज़ होने की उम्मीद है.
पिछले पांच सालों में अपनी फ़िल्मों, माई ब्रदर निखिल, बस एक पल और सॉरी भाई से ओनीर को काफ़ी प्रसिद्धि मिली है. फ़िल्म आलोचक बेसब्री से नई फ़िल्म के रिलीज़ होने का इंतज़ार कर रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेसियां/उभ
संपादन: महेश झा