5 चीजें जिनसे बनती है असाधारण कला
कुछ आधुनिक कलाकार कला और रीसाइक्लिंग को एक नए स्तर पर ले जा रहे हैं. वे ऐसी चीजों से अपनी कलाकृतियां बना रहे हैं जो पहली नजर में कलाकृति का सामान बिल्कुल नहीं लगते, देखिए...
लेगो आर्ट
जर्मन शहर बाम्बेर्ग के यान फोरमन अपने बैग में रंग बिरंगे लेगो खिलौने लेकर दुनिया भर में घूमते हैं. वे दीवारों या इमारतों के सामने की ओर ऐसे छेद तलाशते हैं, जिनमें अपने लेगो खिलौनों को भर कर उसकी मरम्मत कर दें और अपनी कलाकृति भी बना लें. वे अमेरिका और मेक्सिकों के कई इलाकों में अपनी कला की छाप छोड़ चुके हैं.
टेप आर्ट
इस अनोखी कलाकृति को प्रकट होने के लिए प्रकाश चाहिए. डच कलाकार माक्स जॉर्न शीशे पर पारदर्शी टेप को परत दर परत लगते हुए अपनी कलाकृति बनाते हैं. जॉर्न ने अपने शहर एम्सटर्डम में एक स्ट्रीट आर्टिस्ट के रूप में शुरुआत की थी. आजकल वे अपनी इन टेप कलाकृतियों को कई हजार यूरो में बेचते हैं.
फूड आर्ट
ये ऐसी कलाकृति है जिसका हर हिस्सा खाने लायक है. ब्रॉकोली के पेड़ हों या गाजर से बना चर्च का घंटाघर. ब्रिटिश कलाकार कार्ल वॉर्नर की कल्पना को खाने की चीजों से ही प्रेरणा मिलती है. शुरु में लंदन के इस कलाकार ने मजे मजे में ऐसा किया लेकिन अब कई बड़ी विज्ञापन कंपनियां उनसे ऐसी असाधारण कृतियां बनवाती हैं.
पेंसिल की नोंक पर
पेंसिल में भरी लेड रॉड की चौड़ाई एक मिलीमीटर से भी कम होती है लेकिन एक कलाकार के लिए इतना भी काफी है. ग्रेफाइट पर नक्काशी बहुत अच्छी होती है इसलिए शिल्पकार रांगना रॉइश-क्लिंकेनबर्ग इसका इस्तेमाल मशहूर लोगों की मिनिएचर मूर्तियां बनाने में करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के इस बस्ट को राजनीतिक पत्रिका "सिसेरो" में भी प्रकाशित किया गया.
चुईंग गम आर्ट
इटली के मूर्तिकार साविनी चुईंग गम से मूर्तियां बनाते हैं और इसे "बिल्कुल मिट्टी जैसा," बताते हैं. पिछले दस सालों में उनकी कला का प्रदर्शन दुनिया भर की आर्ट गैलरियों में हुआ है. रोमन काल की यह रहस्यमयी मादा भेड़िया "ला लुपा" 14 किलो चुईंग गम से बनी और करीब 28,000 यूरो में बिकी.