35,000 वॉलरस किनारे पर
साल में कम से कम एक बार ऐसा होता है कि समुद्र में रहने वाले प्राणी बाहर निकल किनारे पर आ जाते हैं. एक दो नहीं, सैकड़ों की संख्या में. जानिए ऐसा क्यों होता है.
किनारे पर इकट्ठा
अलास्का में प्वाइंट ले के नजदीक हजारों वॉलरस जमीन पर आ पहुंचे हैं. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि ये प्राणी किनारे पर एक साथ आ गए हों. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में ये पहली पार समंदर से बाहर निकले हैं.
क्यों निकलते हैं बाहर
एक साथ इतने सारे वॉलरस के बाहर आने का संकेत सेंसरों के कारण मिला. रिसर्चरों ने इन प्राणियों के प्रवास के बारे में पता करने के लिए कुछ को ये सेंसर लगाए थे. अमेरिका की सरकारी संस्था यूएसजीएस पता लगा रही है कि आर्कटिक में पिघलने वाली बर्फ समुद्री जीवों पर का कैसा असर हो रहा है.
भीड़ में मरते जानवर
अमेरिका के पश्चिमोत्तर तट पर पहुंचे 35,000 वॉलरसों की स्थिति गंभीर है. प्राणी संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों को 50 मरे हुए वॉलरस मिले हैं. भारी भीड़ से घबरा कर शायद ये एक दूसरे को ही मार देते हैं. मौत का असली कारण आने वाले दिनों में पता लगाया जाएगा.
बर्फ में घर
आर्कटिक में बर्फ के पिघलने के कारण कई जानवरों के ठिकाने खत्म हो रहे हैं, इनमें वॉलरस भी हैं. हिमखंडों के किनारे ये सीपियों, केंकड़े और मछलियों का शिकार करते हैं. बर्फ उनका अहम ठिकाना है. यहीं वॉलरस पैदा भी होते हैं.
बदलता जीवन
शोधकर्ताओं ने अलास्का के कई प्राणियों में बदलाव देखा है. यूएनजीएस के मुताबिक भूरे भालू लगातार अलास्का के तटीय इलाकों में देखे जा रहे हैं.
गायब ग्रे व्हेल
अलास्का के तट के आस पास अब ग्रे व्हेल मछली बिलकुल नहीं आती. 1990 के दशक में ये मछलियां अलास्का में अक्सर दिख जाती थीं हैं.