34 लाख में बिकी फाइनल की फुटबॉल
१९ जुलाई २०१०विज्ञापन
इस फुटबॉल को एक ऑनलाइन नीलामी के जरिए बेचा गया. इस नीलामी में जमा हुए पैसे को एचआईवी-एड्स के खिलाफ दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला के अभियान के लिए दिया जाएगा.
इस बार के वर्ल्ड कप में जिस खास फुटबॉल का इस्तेमाल किया गया था, उसे जाबुलानी नाम दिया गया था. इस फुटबॉल की काफी आलोचना भी हुई थी. कई खिलाड़ियों के मुताबिक यह कहना मुश्किल है कि यह फुटबॉल किक मारने पर कहां जाएगी.
नीलामी आयोजित करने वाली कंपनी ईबे के अधिकारी रुथ जिसकोवस्की ने बताया कि 55 हजार से ज्यादा लोगों ने इस फुटबॉल के लिए बोली लगाई और फुटबॉल को लेकर हुआ विवाद इसकी बोली को ऊंचा पहुंचाने में मददगार साबित हुआ.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार