17 भारतीयों की जिंदगी का फैसला 30 दिसंबर को
१७ दिसम्बर २०१०अभियोजन पक्ष अदालत में एक सीडी पेश करने में नाकाम रहा. इस सीडी में मौका ए वारदात के दृश्यों और सबूतों को मिलाकर तैयार किया गया हत्याकांड का नाट्य रुपांतर है. अदालत के सामने सीडी न कर पाने के बाद बचाव पक्ष की वकील बिंदु सुरेश चेत्तूर ने कहा, ''हम सीडी को देखना चाहते हैं और गवाहों और आरोपियों के फिर से बयान दर्ज करना चाहते हैं.''
इस दलील को मानते हुए अदालत ने अभियोजन पक्ष को 30 दिसंबर को सीडी पेश करने का हुक्म दिया है. जज ने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि तयशुदा तारीख के लिए सीडी के साथ जरूर आएं.
घटना जनवरी 2009 की है. शरजहां लेबर कैंप में भारत और पाकिस्तान के मजदूर आपस में भिड़ पड़े. दोनों पक्षों के बीच खूब मारपीट हुई. इसी दौरान एक पाकिस्तानी नागरिक मिश्री नाजिर खान की मौत हो गई. हत्या के आरोप में 17 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें मौत की सजा सुनाई गई हैं. ताजा अपील में भारतीयों सजा पर फिर से विचार करने की दरख्वास्त की है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम