1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

आईएस समर्थक 16 साल की लड़की को 6 साल जेल की कैद

२६ जनवरी २०१७

जांचकर्ताओं के मुताबिक इस लड़की ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के आदेश पर एक पुलिस अधिकारी पर हमला किया था. जर्मनी में इस तरह का यह पहला मामला है.

https://p.dw.com/p/2WSLQ
Polizei Safia S. Messerattacke in Hannover
तस्वीर: Polizei

जर्मनी की एक अदालत ने 16 साल की साफिया को छह साल की कैद सुनाई है. साफिया को ये सजा हत्या के प्रयास, शारीरिक प्रताड़ना और विदेशी आतंकवादी समूह आईएसआईएस समर्थन देने के चलते दी गई है. साफिया की कम उम्र के चलते इस मामले की सुनवाई और फैसले को आम जनता के लिए नहीं खोला गया था.

साफिया पर आरोप था कि इसने पिछले साल 26 फरवरी को हनोवर ट्रेन स्टेशन पर एक 34 वर्षीय पुलिस अधिकारी की गर्दन पर सब्जी काटने वाले चाकू से वार किया था. जांच में यह बात सामने आई कि यह हमला आईएसआईएस के आदेश पर किया गया, जिसे आईएस आत्मघाती हमला मानता है. हालांकि जिस पुलिस अधिकारी पर हमला हुआ था उसे ऑपरेशन के बाद बचा लिया गया था.

वहीं दूसरी ओर 20 साल के जर्मन-सीरियाई लड़के मोहम्मद हसन पर भी साफिया द्वारा किए जाने वाले इस हमले की संभावित जानकारी होने का आरोप था. अभियोजन पक्ष ने इसके लिए तीन साल जेल की सजा की मांग की थी.

अभियोजन पक्ष हसन के खिलाफ एक अन्य आतंकी मामले की भी जांच कर रहा है जिसके चलते नवंबर 2015 में हनोवर में होने वाले एक फुटबॉल मैच को रद्द कर दिया गया था. साल 2015 में साफिया ने इंटरनेट के जरिये सीरिया में आईएस के लड़ाकों से संपर्क किया था. इसके बाद साफिया ने सीरिया जाने की भी कोशिश भी की लेकिन वह सिर्फ इस्तांबुल ही पहुंच सकी थी और यहां उसकी मां ने उसे पकड़ लिया था.  अभियोजन पक्ष का दावा है कि वह आईएस सदस्यों से तुर्की में मिली थी और इसी दौरान उन्होंने साफिया को जर्मनी में हमला करने के लिए राजी किया था.

हालांकि जर्मन पुलिस को साफिया के बारे में जानकारी थी और इसके बड़े भाई को पुलिस ने साल 2015 में सीरिया यात्रा के दौरान गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसियां साफिया की गिरफ्तारी के पहले कई बार इसके परिवार से संपर्क कर चुकी थीं. इसके बावजूद साफिया इस हमले को अंजाम देने में सफल रही. बर्लिन के क्रिसमस मार्केट में हुए हमले के बाद से सवालों में घिरी देश की आंतकवादी जांच एजेंसी, साफिया मामले के बाद फिर सवालों में है.

एए/वीके (एएफपी, डीपीए, ईपीडी)