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14 साल का बच्चा एमसीए में

२४ दिसम्बर २०१०

यूनिवर्सिटी की एमसीए की क्लास में 14 साल के बच्चे को देखकर बाकी छात्रों को हैरत तो होगी, लेकिन ज्यादा हैरत उन्हें तब होगी जब वे उस 14 साल के बच्चे को अपने से आगे निकलता पाएंगे.

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तस्वीर: Munir Hasan

दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु की एक यूनिवर्सिटी ने 14 साल के एक बच्चे को एमसीए में सीधा दाखिला दे दिया है. बच्चे की कंप्यूटर के बारे में अद्भुत जानकारी को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने उसे सीधे पीजी कोर्स में दाखिल कर लिया.

बी मोहम्मद सुहैल कोयंबटूर के एक स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ते है. लेकिन अब वह भरतियार यूनिवर्सिटी के डिस्टेंस एजुकेशन स्कूल में मास्टर्स ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशंस के छात्र हैं.

सुहैल के एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी में अच्छी खासी चर्चा हुई. लेकिन एडमिशन देने वाली कमेटी इस बात से पूरी तरह संतुष्ट हो गई कि सुहैल एमसीए में दाखिला पाने के पूरे हकदार हैं. कमेटी ने पाया कि सुहैल को सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बारे में अच्छी खासी जानकारी है. इस आधार पर उन्हें इसी साल से दाखिला दे दिया गया.

सुहैल पिछले आठ साल से इंटरनेट पर काम कर रहे हैं. उन्हें इंटरनेट पर काम करना बेहद पसंद हैं और उन्होंने इसके जरिए ही कंप्यूटर पर महारत हासिल कर ली है. उन्होंने विजिटिंग कार्ड्स, ब्रोशर्स, पर्चे आदि की डिजाइनिंग से काम शुरू किया. धीरे धीरे उन्होंने अपनी रचनात्मकता को नए आयाम देने शुरू किए.

यूनिवर्सिटी सूत्रों के मुताबिक सुहैल ने कंप्यूटर की कई एप्लिकेशंस में महारत हासिल कर रखी है. वह ब्लैक बॉक्स की टेस्टिंग जानते हैं और सॉफ्टवेयर पर भी काफी काम कर लेते हैं. उनका स्तर एक सामान्य कंप्यूटर ग्रैजुएट का है.

सुहैल अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपना दादा को देते हैं. उनके दादा कंप्यूटर के जानकार हैं. वह पर्सनल कंप्यूटर को असेंबल करने से लेकर माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम की समस्याएं सुलझाने तक काफी काम कर लेते हैं. उन्हीं के साथ सुहैल ने कंप्यूटर पर काम करना शुरू किया और धीरे धीरे उसे ही अपना खिलौना बना लिया.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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