138 साल पुराना रंग महोत्सव
२२ जुलाई २०१४सांस्कृतिक परंपराओं को बचाना जरूरी होता है. 138 साल से बायरॉएथ का रिचर्ड वाग्नर महोत्सव हर साल 25 जुलाई को शुरू होता है. नए प्रोडक्शन के बाद वाले साल में आम तौर पर फिर कोई नया मंचन नहीं होता, बजट पर बोझ कम करने के लिए. इसलिए इस साल वाग्नर के पुराने ऑपेरा टानहौएजर का मंचन हो रहा है. यह तो रही कलात्मक परंपरा, लेकिन बायरौएथ की परंपरा में कुर्सी की लड़ाई भी शामिल है.
कुर्सी की इस लड़ाई का एक प्रतीक ऑपेरा हाउस की मरम्मत के लिए लगाया गया ढांचा है. ऑपेरा हाउस की मरम्मत होनी है और इस तरह से कि दर्शकों को कोई परेशानी न हो. रिचर्ड वाग्नर रंग महोत्सव के निदेशक हाइंस-डीटर जेंसे कहते हैं, "ऑपेरा हाउस की पूरी मरम्मत जरूरी है यह बात पांच साल से पता है." लेकिन इतने ही दिनों से मरम्मत के बारे में विवाद भी चल रहा है. इसमें तीन करोड़ यूरो लगेंगे.
चूंकि जर्मन सरकार और बवेरिया की प्रांतीय सरकार इसके लिए एक एक करोड़ यूरो की रकम दे रही है, वह फैसलों में हिस्सेदारी भी चाहती थी. और इस विवाद के बीच ऑपेरा हाउस की ऐतिहासिक इमारत और कमजोर हुई जा रही है. इसलिए फिलहाल छोटी मोटी मरम्मतें हो रही हैं. उसमें भी 2 लाख यूरो से ज्यादा लग गए हैं. फिर भी खतरे बने हुए हैं. 2013 में तो ऑपेरा हाउस के बाहर वाले हॉल में छत का एक टुकड़ा ही गिर गया. हालांकि दर्शकों को इसका पता नहीं चला, लेकिन यह जल्द फैसला लेने का कारण बना.
इस साल मार्च में आखिरकार सहमति हो गई. इमारत की मालिक रिचर्ड वाग्नर फाउंडेशन और बायरॉएथ रंग महोत्सव के बीच 40 साल के लीज का करार हो गया है. इसके अलावा बायरॉएथ रंग महोत्सव कंपनी में केंद्र और प्रांतीय सरकारों की 58 फीसदी भागीदारी होगी. इसके साथ अब महोत्सव सरकारी नियंत्रण में आ गया है. साथ ही यह भी तय किया गया है कि तीन चौथाई बहुमत से वाग्नर फाउंडेशन की सहमति के बिना भी महोत्सव के नेतृत्व का चुनाव किया जा सकेगा.
पहली बार वाग्नर परिवार से बाहर का कोई महोत्सव का प्रमुख बन सकता है. लेकिन बायरॉएथ की मेयर ब्रिगीटे मैर्क-एर्बे का मानना है कि भविष्य में भी फैसले एकमत से लिए जाएंगे, क्योंकि अपने अस्तित्व के वर्षों में महोत्सव वाग्नर परिवार के साथ निकट रूप से जुड़ा रहा है. फिलहाल हाइंस-डीटर जेंसे इस बात पर खुश हैं कि लीज कॉन्ट्रैक्ट हो गया है और ऑपेरा हाउस का जीर्णोद्धार शुरू हो सकता है.
और यह बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि काम सिर्फ उन महीनों में हो सकता है जब ऑपेरा का न तो रिहर्सल हो रहा हो और न ही शो. इसका मतलब है सिर्फ जाड़े के महीनों में, लेकिन उस समय बर्फबारी के कारण काम आसान नहीं. लेकिन परंपराओं की तरह चुनौतियां भी उन्हें पूरा करने के लिए होती हैं.
एमजे/एजेए (डीपीए)