130 साल की हुई सुंदरी
स्टैचु ऑफ लिबर्टी 130 साल का हो गया है. 28 अक्टूबर को फ्रांस के इस तोहफे को अमेरिका में स्थापित किया गया था.
जैसे भारत का ताज
जैसे भारत का ताज महल दुनिया भर में मशहूर है, जैसे ऐफिल टावर पैरिस की पहचान है, जैसे मिस्र का नाम लेते ही पिरामिड याद आते हैं, उसी तरह अमेरिका की पहचान स्टैचु ऑफ लिबर्टी है.
आजादी का प्रतीक
यह शायद दुनिया का सबसे मशहूर बुत है. यह सिर्फ सुंदर नहीं है, एक ऐसी भावना का प्रतीक भी है जिसे दुनिया का हर इंसान जीना चाहता है. यानी आजादी.
किसने बनाया
इस बुत को बनाया था मशहूर फ्रांसीसी मूर्तिकार फ्रेडरिक ऑगस्टे बारटोल्डी ने. देखिए, उनकी यह दुर्लभ तस्वीर है.
हाथ में मशाल
1876 में फिलाडेल्फिया के फेयर में यह मशाल खूब भीड़ खींच रही थी. स्टैचु ऑफ लिबर्टी को फ्रांस से अमेरिका 300 टुकड़ों में भेजा गया था.
एक और टुकड़ा
300 जहाज यात्राओं के बाद यह न्यूयॉर्क में जमा हुआ. और जोड़े जाने से पहले इन टुकड़ों की प्रदर्शनी लगाई गई थी.
पहले पांव
1885 में स्टैचु के पांव न्यूयॉर्क पहुंचे और तब जाकर इन टुकड़ों को जोड़ने का काम शुरू हुआ था.
4 जुलाई 1776
स्टैचु ऑफ लिबर्टी के हाथ में किताब है जिस पर एक तारीख लिखी है. यह तारीख अमेरिका की आजादी की तारीख है.
मरम्मत
स्टैचु की लगातार मरम्मत होती रहती है. 2011 में ही इसके अंदर की चीजें बदली गई हैं. और ऊपर चढ़ने वाली सीढ़ी चौड़ी की गई है.
बीच के वे 8 साल
11 सितंबर 2001 के हमले के बाद स्टैचु को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया. 2009 में आखिर इसे दोबारा खोला गया.
पैरिस में चार बुत
फ्रांस को भी स्टैचु ऑफ लिबर्टी से प्यार था. अमेरिका को तोहफा देने के बाद उन्होंने चार बुत और बनाए. अब पैरिस में ये चार बुत खड़े हैं.
फिल्म स्टार है सुंदरी
स्टैचु ऑफ लिबर्टी हॉलीवुड की दर्जनों फिल्मों में नजर आ चुका है. डे ऑफ्टर टुमॉरो में इसकी छवि गजब दिखी थी, जब तूफान के बाद बस यही बचा दिखाया गया.
विरासत
1984 में इस स्टैचु को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज इमारत का दर्जा दिया गया. 130 साल बाद भी यह बुत उसी ऊर्जा से भरपूर है, जो आजादी की ऊर्जा होती है.