100 से ज्यादा अपार्टमेंट रहने लायक नहीं
२७ सितम्बर २०१०आयोजक लाख तैयारियों का दावा करें लेकिन बड़े अधिकारियों के मुताबिक अभी भी 100 से ज्यादा अपार्टमेंट ऐसे हैं जिनमें खिलाड़ियों को नहीं रखा जा सकता. इनमें से कुछ में बिजली का कनेक्शन नहीं है तो कुछ में पानी की पाइपलाइन में गड़बड़ी है.
मजदूर लगातार इन कमियों को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन अगले कुछ और दिनों के बाद ही स्थिति संभल पाएगी. इस बीच 1100 से ज्यादा एथलीट दिल्ली पहुंच चुके हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खेलगांव के 34 टावरों में कुल 1,168 अपार्टमेंट हैं जिनमें अभी भी 100 से ज्यादा अपार्टमेंट तैयार नहीं है. इस बीच दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त म्बुलेलो मेजेके ने ये दावा करके हलचल मचा दी कि एक अपार्टमेंट में सांप निकला है. हालांकि आयोजन समिति के अधिकारियों का कहना है कि अगर खराब अपार्टमेंट को छोड़ दिया जाए तो भी सभी खिलाड़ियों को जगह मिल जाएगी.
समस्या ये है कि अपार्टमेंट में पाइपलाइन और बिजली की फिटिंग करने वाले कारीगर जा चुके हैं अब गड़बड़ियों को दूर करने के लिए नए मजदूर बुलाए गए हैं. इन लोगों को गड़बड़ियों की वजह ढूंढने और फिर उन्हें ठीक करने मे काफी दिक्कत हो रही है.
एक बड़े अधिकारी ने ये भी आरोप लगाया कि खेलगांव को बनाने वाले बिल्डर और डीडीए संकट की घड़ी में ठीक से सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऊपर से सुरक्षा का मसला एक बड़ा सिरदर्द है क्योंकि पुलिस मजदूरों को काम करने की लिए परिसर में नहीं आने दे रही जब तक कि उनके पास जरूरी कागजात न हों.
आयोजकों का दावा है कि डीडीए ने जैसा परिसर सौंपा था उसकी साफ सफाई में काफी सुधार हुआ है और काफी बदलाव आए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिल्ली सरकार को इस परिसर की जिम्मेदारी डीडीए से अपने हाथों में लेने का आदेश दिया था.
दिल्ली सरकार ने 1500 लोगों को इस काम में लगाया है और जिसके कारण खेलगांव की तस्वीर दिनों दिन निखर रही है. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का कहना है कि बुधवार तक सबकुछ तैयार हो जाएगा और फिर किसी को शिकायत का मौका नहीं मिलेगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एस गौड़