दुनिया के समृद्ध देशों में लोग लिमिट से ज्यादा शराब पीकर गाड़ी चलाने से कांपते हैं. इसकी वजह है सख्त कानून व्यवस्था और जुर्माने की कड़ी मार.
हाथ में मिलने वाली एक महीने की तनख्वाह के बराबर जुर्माना.
500 यूरो का जुर्माना. ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित या रद्द.
तीन से छह महीने की सजा. अनलिमिटेड जुर्माना. कुछ साल के लिए लाइसेंस बैन.
500 यूरो का जुर्माना, लाइसेंस निलंबित या रद्द.
250 यूरो जुर्माना.
500 स्विस फ्रांक का जुर्माना, लाइसेंस रद्द
500 यूरो जुर्माना. लाइसेंस रद्द होने की पूरी संभावना
325 यूरो का जुर्माना.
दो हजार रुपये तक जुर्माना या अधिकतम छह महीने की जेल. दोनों भी.
देश में बढ़ते सड़क हादसों के साथ रोड रेज यानी रास्ता चलते संघर्ष और मारपीट की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं. भारत में ऐसी घटनाओं में रोजाना औसतन तीन लोगों की मौत हो रही है.
प्रेमप्रकाश और उनकी टीम की तेज निगाहें बिहार राज्य की सीमा पर उतावले लोगों की लंबी कतार बना देती है. शराबबंदी के सख्त कानून ने राज्य के दसियों हजार से ज्यादा लोगों को जेल में डाल रखा है. पर क्या इसका सिर्फ यही असर हुआ?
19 साल की एक सुशीला के माता पिता उसे शराबी पति के साथ रहने के लिए मजबूर कर रहे थे. लड़की कोर्ट पहुंची, जहां अहम सबूत के तौर पर उसके पति की फेसबुक पोस्ट को स्वीकार किया गया.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने गुरुवार को कहा कि भारत को अपने केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता बढ़ाने के साथ ही उसके वित्तीय तंत्र के लिए संसाधन बढ़ाने होंगे. भारत फिलहाल सार्वजनिक बैंकों के कर्ज से परेशान है.