सच्चे दोस्त किसी भी उम्र में मिल सकते हैं. इस रिटायर्ड बुजुर्ग से दोस्ती कर इस पेंग्विन ने दोस्ती की नई मिसाल कायम की है.
चार साल पहले जोआओ पेरेरा डिसूजा को यह पेंग्विन रियो दे जनेरो के बीच पर तेल में लथपथ मिली थी. वह भूख से तड़प रही थी. और यहीं से शुरुआत हुई उनकी गहरी दोस्ती की. डिसूजा उसे प्यार से जिनजींग बुलाते हैं.
डिसूजा ने उसकी खूब सेवा की और वापस जिंदगी की रोशनी दिखाई. अब वह पेंग्विन करीब 5 हजार मील दूर से हर साल तैरकर डिसूजा के पास आ जाती है और छह से आठ महीने इसी इलाके में रहती है. वह हफ्ता भर या 15 दिन रहकर वापस पानी में चली जाती है, और कुछ दिन बाद फिर वापस आ जाती है. दोनों का प्यार गहरा है.
डिसूजा मानते हैं कि 2011 में जब उन्होंने उसे अपने घर के बाहर पाया था तभी से पेंग्विन ने उनके साथ गहरा रिश्ता बना लिया. एक हफ्ते तक वह उसके तेल में डूबे पंखों को नहलाते रहे, साफ करते रहे. रोज उसे खाने को मछली दी, और स्वस्थ हो जाने पर उसे वापस समुद्र में छोड़ आए. लेकिन ऐसे पक्के रिश्ते इतनी आसानी से नहीं टूटते. पेंग्विन ने उनका दामन लगता है हमेशा के लिए थाम लिया है.
पेंग्विन करीब 25 साल तक जिंदा रहती हैं. वे अपने साथियों के साथ भी वफादारी के लिए जानी जाती हैं. जीवनपर्यंत वे एक ही साथी के साथ रहती हैं. हालांकि पर्यावरण परिवर्तन का इस जीव पर भी भारी असर पड़ा है. अक्सर खाने की तलाश में वे हजारों मील तक तैर जाती हैं. ब्राजील के समुद्र तटों पर ऐसे समुद्री जीवों के बह कर आने की घटनाएं आम हैं.
एसएफ/आरपी
क्या पक्षी निभाते हैं वफा?
सभी एक से नहीं होते
इस बारे में जानकारी नहीं है कि गालापागोस पेंग्विन अपने साथी के प्रति कितने वफादार होते हैं, लेकिन रॉकहॉपर पेंग्विन को मोनोगैमस माना जाता है. अपने पार्टनर से हजारों मील दूर हो कर भी वे अपने पार्टनर से ही मिलने का इंतजार करते हैं.
क्या पक्षी निभाते हैं वफा?
सुबह जल्दी उठने के फायदे
करीब 90 फीसदी पक्षियों को सामाजिक रूप से मोनोगैमस माना जाता है. लेकिन ब्लूटिट पक्षियों का मामला थोड़ा पेंचीदा है. मादा भोर में ही अपने नर पार्टनर को घोंसले में छोड़ कर निकल जाती है और पड़ोस के किसी ऐसे नर के साथ संबंध बनाती है जो सुबह जल्दी उठ चुका हो.
क्या पक्षी निभाते हैं वफा?
मरते दम तक साथ?
स्वान या हंस अपने साथी का जीवन भर साथ निभाते हैं. दोनों मिलकर अपना घोंसला बनाते हैं. नर घोंसले की बहादुरी से रक्षा करता है और मादा सावधानी से अंडों की देखभाल. लेकिन प्रेम और वफादारी का प्रतीक माने जाने वाले हंस अक्सर इस एक रिश्ते के बाहर भी कई संबंध रखते हैं.
क्या पक्षी निभाते हैं वफा?
ब्रीडिंग है साझा जिम्मेदारी
हंस बत्तख कुल का पक्षी है और सभी बत्तखों को आमतौर पर मोनोगैमस माना जाता है. लेकिन इस कुल के कई ऐसे पक्षी हैं जो हंस की तरह मिलकर घोंसला नहीं बनाते, यह केवल मादा का काम होता है. जब मादा बच्चे देती है तो नर भी उनकी देखभाल करता है, भले ही वे उसके बच्चे ना हों.
क्या पक्षी निभाते हैं वफा?
झुंड में बेवफाई
ज्यादातर तोते सुरक्षित रहने के लिए बड़े झुंडों में रहते हैं. झुंड के अंदर ही तोते जीवनपर्यंत चलने वाले मोनोगैमस संबंध स्थापित करते हैं. लेकिन इसी झुंड के भीतर किसी के साथ एक अफेयर चल जाना भी आम बात है.
क्या पक्षी निभाते हैं वफा?
सारस करते हैं इंतजार
नर सारस कई सालों तक नियमित रूप से अपनी पारंपरिक नेस्टिंग की जगह पर पहुंच जाते हैं. वहां मादाओं से कई दिन पहले पहुंचने के कारण वे ही घोंसले को तैयार करने का काम करते हैं. इधर घोंसला तैयार हुआ कि उधर मादा पहुंची. चूंकि सारस बड़े झुंड में नहीं रहते इसलिए अफेयर की संभावना भी काफी कम होती है.