चीनी इलाके में भारत के ड्रोन पर चीन का कड़ा विरोध
७ दिसम्बर २०१७चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने खबर दी है कि चीन की सीमा पर मौजूद सैनिकों ने "हाल ही" में एक भारतीय ड्रोन को चीन की सीमा के भीतर गिरा हुआ देखा. इसके कुछ घंटों बाद ही भारत के रक्षा मंत्रालय ने भी इस बात की पुष्टि की कि उत्तर पूर्व में सिक्किम के इलाके में एक मानवरहित विमान का नियंत्रण केंद्र से संपर्क टूट गया है. भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक संपर्क टूटने के बाद यह विमान चीनी क्षेत्र में जा कर गिर गया. दोनों ही पक्षों ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि यह घटना किस वक्त हुई.
इस घटना के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा है, "एक भारतीय मानव रहित विमान सिक्किम के क्षेत्र में चीनी वायुसीमा में घुस आया और फिर गिर गया. चीन के सीमा सुरक्षा बलों ने पेशेवर और जिम्मेदार रुख दिखाते हुए इसकी पहचान की और विमान की पुष्टि की. मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि सिक्किम क्षेत्र में भारत चीन की सीमा तय है और चीन के ओर की सीमा चीन का क्षेत्र है. भारत के कदम ने चीन की संप्रभुता का उल्लंघन किया है और सीमांत इलाके में शांति और अस्थिरता के लिए खतरा है. चीन इसका कड़ा विरोध करता है और इस बारे में भारतीय पक्ष को बता दिया गया है. हम भारत से मांग करते हैं कि वह सीमा के आसपास और उसके पार अपने मानवरहित विमानों को भेजना बंद करे."
भारत के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह ड्रोन नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था उसी दौरान किसी तकनीकी खराबी की वजह से इसका संपर्क टूट गया और यह चीनी सीमा में जा कर गिर गया. भारत के सीमा सुरक्षा बल ने चीनी समकक्षों से संपर्क कर इसका पता लगाने का अनुरोध किया. इसके बाद चीन के अधिकारियों ने इसकी जगह बताई. रक्षा मंत्रालय के बयान में ये बातें कही गयी हैं. बयान में यह भी कहा गया है, "इस घटना के सही कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और इस मामले को इस तरह की घटनाओं के लिए स्थापित प्रोटोकॉल के आधार पर ही निबटाया जा रहा है."
भारत और चीन के बीच डोकलम के पठार पर कुछ ही महीने लंबा तनाव चला. इस इलाके पर चीन और भूटान अपना दावा करते हैं. भारत और चीन के बीच हिमालयी क्षेत्र में मौजूद 3500 किलोमीटर लंबी सीमा काफी विवादित है. इसे लेकर जब तब दोनों देशों में तनातनी लगी रहती है.
एनआर/एके (डीपीए)