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हॉलैंड करेगा एमएच 17 हादसे की जांच

२१ जुलाई २०१४

पिछले हफ्ते यूक्रेन में मार गिराए गए विमान की जांच का जिम्मा नीदरलैंड्स अपने हाथ में ले रहा है और रूस का कहना है कि जांचकर्ताओं को दुर्घटनास्थल तक जाने दिया जाना चाहिए. इस हिस्से में रूस समर्थित बागियों का बोलबाला है.

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तस्वीर: Reuters

यूक्रेन की सरकार और ज्यादातर पश्चिमी देशों का आरोप है कि पिछले गुरुवार को हुए इस हादसे के लिए वे अलगाववादी जिम्मेदार हैं, जिन्हें रूस का समर्थन हासिल है. इन देशों का कहना है कि वे लोग जांच में भी बाधा पहुंचाना चाहते हैं. यूक्रेन के प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेनयुक का कहना है कि मारे गए लोगों के शव नीदरलैंड्स भेजे जाएंगे, जहां आधुनिक फॉरेंसिक लैब में इनकी जांच होगी. इन शवों को ट्रेन में ले जाया जा रहा है.

यात्सेनयुक का दावा है कि "विरोधी गुरिल्ला इस ट्रेन को यूक्रेन नहीं छोड़ने देंगे", जहां दूसरी तरफ विद्रोहियों के एक प्रवक्ता ने कहा है कि वे डच जांचकर्ताओं के साथ सहयोग कर रहे हैं. मलेशियाई एयरलाइंस के यात्री विमान एमएच 17 को पिछले गुरुवार को यूक्रेनी सीमा में मार गिराया गया, जिसमें 298 लोग सवार थे. तीन महीने में मलेशियाई एयरलाइंस का दूसरा विमान हादसे का शिकार हुआ. अब मलेशिया से भी जांच टीम यूक्रेन पहुंच रही है.

इस बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह अपने प्रभुत्व का इस्तेमाल करते हुए अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को दुर्घटनास्थल तक जाने में मदद करे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि इन जांचकर्ताओं को सुरक्षित हादसे की जगह तक जाने दिया जाना चाहिए, "हर प्रयास किया जाना चाहिए कि उन्हें पूरी सुरक्षा मिले और उन्हें जाने का मानवीय गलियारा मुहैया किया जाए."

MH17 Waggons Separatisten 21.07.2014
शवों को खास ट्रेन में लादा गयातस्वीर: Getty Images

यूक्रेन है जिम्मेदार!

पुतिन का कहना है कि अगर यूक्रेन की सेना ने रूस समर्थित लोगों पर हमले नहीं किए होते, तो मलेशियाई एयरलाइंस का हादसा कभी नहीं होता, "हम पक्के तौर पर कह सकते हैं कि अगर यूक्रेन ने 28 जून को कार्रवाई शुरू न की होती, तो यह त्रासदी न हुई होती."

उधर, हॉलैंड के हेग शहर में इस विमान हादसे में मारे गए लोगों के रिश्तेदार देश के राजा, रानी और प्रधानमंत्री से मुलाकात कर रहे हैं. हादसे में 193 डच लोगों की मौत हो गई है. नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रुटे का कहना है कि इस मामले में उनकी सरकार के सामने हर तरह के विकल्प खुले हैं. उन्होंने देश की संसद में कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता अपने मारे गए लोगों के शव स्वदेश लाने की है. इन शवों को रेफ्रिजिरेटेड ट्रेन से हॉलैंड भेजा जा रहा है.

रविवार को लगभग 200 लाशों को चार बड़े रेफ्रिजिरेटेड ट्रेन के डिब्बों में भर दिया गया. आरोप है कि लोगों ने दुर्घटनास्थल के साथ छेड़ छाड़ की है. इस बीच अमेरिका ने दावा किया है कि उसके पास "सबूत" हैं कि विमान को रूस के जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से गिराया गया है.

एजेए/एएम (एपी, डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)