हैदराबाद में गोलीबारी, पुलिसकर्मी की मौत
१५ मई २०१०पुलिस ने बताया कि दो लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर पुराने शहर में आए और उन्होंने पुलिसवालों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. इसके बाद वे मौके पर से भाग निकले.
हैदराबाद के पुलिस प्रमुख एके खान ने बताया, "गोलीबारी में तीन कांस्टेबल घायल हो गए थे. इनमें से एक की अस्पताल जाते वक्त मौत हो गई."
हमले के बाद शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. हाल के दिनों में हैदराबाद भारत में आईटी कंपनियों का प्रमुख केंद्र बन कर उभरा है. यहां गूगल सहित कई आईटी कंपनियों के दफ्तर हैं. हमलावरों की तलाश तेज कर दी गई है लेकिन फिलहाल वे पकड़ से बाहर हैं.
पुलिस प्रमुख खान ने इसे आतंकवादी हमला बताने से इनकार करते हुए कहा, "हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर पुलिसवालों को क्यों निशाना बनाया गया. पहले हमें अपनी जांच पूरी करने दीजिए."
इस बीच पुलिस सूत्रों का कहना है कि हो सकता है कि इस हमले के पीछे प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया यानी सिमी का हाथ हो. भारतीय सुरक्षा एजेंसियां का दावा है कि सिमी सीमा पार के आतंकवादी संगठन से मिल कर भारत में हमले करती आई है.
खुफिया विभाग को पिछले हफ्ते ही इस बात की सूचना मिली थी कि हैदराबाद में आतंकवादी हमला हो सकता है. इसके बाद शहर में चौकसी और सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. इस बीच लश्कर ए तैयबा के एक संदिग्ध आतंकी जिया उल हक को गिरफ्तार किया गया, जो शहर में टैक्सी चला रहा था. बाद में सुरक्षा में थोड़ी ढील दी गई.
रिपोर्टः डीपीए/ए जमाल
संपादनः उ भट्टाचार्य