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हेडली से पूछताछ के लिए भारतीय टीम पहुंची

२ जून २०१०

मुंबई हमले में आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा की मदद के आरोपी डेविड हेडली से पूछताछ के लिए भारतीय जांच टीम अमेरिका पहुंची. यह पहली बार है जब भारतीय जांचकर्ता हेडली से हमले की जांच से से जुड़े सवाल आमने सामने पूछ सकेगी.

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अब होगी पूछताछतस्वीर: AP

4 सदस्यीय भारतीय जांच दल में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के अधिकारी और एक कानूनी मामलों के अधिकारी हैं. डेविड हेडली को पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया और उसके बाद यह पहली बार है जब भारतीय एजेंसियों को उससे सीधी पूछताछ का मौका मिला है. हेडली अपने ऊपर लगे 12 आरोपों को स्वीकार कर चुका है और आजीवन कारावास की सजा काट रहा है.

माना जा रहा है कि शिकागो में डेविड हेडली से जब भारतीय टीम सवाल जवाब करेगी तो उस दौरान अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) का एक अधिकारी और हेडली का वकील भी उपस्थित रहेगा. हेडली पर आरोप है कि मुंबई हमले से पहले उसने शहर के कई अहम स्थलों पर जाकर जानकारी जुटाई जिससे लश्कर ए तैयबा ने हमले के दौरान इस्तेमाल किया. जांच एजेंसी उससे यह भी जानना चाहेंगी कि भारत में वह किन किन लोगों के संपर्क में रहा है.

हेडली ने मुंबई हमले के बाद भी भारत की यात्रा की और आखिरी बार वह मुंबई मार्च 2009 यानी हमले के करीब 4 महीने बाद आया था. भारत में सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया है कि चार सदस्यीय जांच टीम ने हेडली से पूछताछ के लिए सवालों की एक लिस्ट तैयार की है.

मुंबई हमले के दौरान यहूदी परिवार के घर पर भी हमला किया गया था. ऐसे में जांच टीम को आशंका है कि हेडली ने आखिरी यात्रा के दौरान भारत में एक साथ पांच शहरों में यहूदी परिवारों पर आतंकी हमला करने की साजिश को अंतिम रूप देने की कोशिश की.

सूत्रों के मुताबिक अगर जांच टीम को जरूरत पड़ती है तो उनकी मदद के लिए भारत से और अधिकारियों को रवाना किया जा सकता है. भारत की नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने डेविड हेडली और पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा के खिलाफ देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और गैरकानूनी गतिविधियों के मामले में केस दर्ज किया है. हेडली के बयान को जांच टीम में शामिल अधिकारी रिकॉर्ड करेगा जिसके बाद उसके खिलाफ चार्जशीट भी दर्ज की जा सकती है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़