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हुदहुद से उबरती जिंदगी

१३ अक्टूबर २०१४

शक्तिशाली तूफान हुदहुद रविवार को आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाने के बाद अब कमजोर पड़ गया है. तूफान के साथ आई तेज बारिश और जोरदार हवाओं की वजह से 21 लोगों की मौत हो गई है. विशाखापट्टनम में सबसे ज्यादा नुकसान.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

रविवार को आंध्र प्रदेश से टकराने के बाद हुदहुद तूफान कमजोर पड़ गया है लेकिन इसका रुख अब छत्तीसगढ़ की तरफ हो गया है, जहां बीती रात से भारी बारिश हो रही है. छत्तीसगढ में हुदहुद के देर रात प्रवेश करने के साथ ही राज्य के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. राज्य के अधिकांश जिलों में कलेक्टरों ने एहितयातन स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया है.

छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ने से पहले चक्रवात के कारण 21 लोग मारे गए हैं. आंध्र प्रदेश में चक्रवात से 44 मंडलों के 320 गांवों में 2.48 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. खतरे वाले इलाकों से करीब डेढ़ लाख लोगों को निकालकर 223 राहत केंद्रों में पहुंचाया गया.

तूफान से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने पहले ही तैयारी कर ली थी. मौसम विभाग का कहना है कि तूफान अब कमजोर पड़ गया है और अब उत्तरी और पश्चिमोत्तर इलाकों की ओर जाएगा जहां अगले छह घंटे में उसका प्रभाव कम हो जाएगा.

मौसम विभाग का कहना है कि तूफान के प्रभाव के कारण अगले 24 घंटे में ओडिशा में तेज और गरज के साथ बारिश की संभावना है. वहीं राज्य के एक या दो स्थानों पर बहुत अधिक वर्षा हो सकती है.

तबाही के निशान

हुदहुद के कारण आंध्र प्रदेश में पांच और ओडिशा में तीन लोगों की मौत हुई है. अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर मौतें दीवार ढहने और पेड़ गिरने से हुई. अभी भी आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो रही है, कुछ इलाकों में तो भारी बारिश हो रही है. अधिकारी तूफान से मची तबाही का आकलन करने में जुट गए हैं. और राहत कार्यों की शुरुआत की गई है. कुछ इलाकों में संचार और बिजली सप्लाई ठप पड़ गई. तूफान के आने से पहले आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों से करीब चार लाख लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया था. सैकड़ों राहत शिविरों में इन लोगों की रहने की व्यवस्था की गई थी.

विशाखापट्टनम में हालात खराब

विशाखापट्टनम के अधिकांश इलाकों में बिजली और फोन लाइन पूरी तरह से ठप है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को कहा था कि लोगों को पहले हटा लेने के कारण जान बचाने में मदद मिली है. तूफान के कारण तटीय इलाकों में फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. विशाखापट्टनम के कई इलाकों में सेना ने राहत अभियान शुरू कर दिया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार के आग्रह पर सेना ने नौकाएं और बचाव सामग्री से लैस सेना की आठ टीमों को विशाखापट्टनम रवाना किया है. सेना की यह आठ टीमें 10 अक्टूबर को सिकंदराबाद से रवाना हुई थी और रविवार को यहां पहुंची.

मोदी करेंगे दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तूफान के बाद की स्थिति का जायजा लेने मंगलवार को विशाखापट्टनम जाएंगे. मोदी ने यह जानकारी ट्वीट कर दी. मोदी ने बताया कि उन्होंने तूफान से पैदा हुई स्थिति के बारे में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की है और इस संबंध में लगातार जानकारी ले रहे हैं.

एए/एएम (एपी, एएफपी, डीपीए)