हवाई अड्डों पर बिना पगड़ी खोले होगी सुरक्षा जांच
३ जुलाई २०१०इस साल मई महीने में यूरोप में ऐसे कानून पास हुए जिसमें सुरक्षाकर्मियों को सिखों की पगड़ी उतार कर तलाशी लेने की अनुमति दी गई थी. हवाई अड्डों पर मेटल डिटेक्टर से सुरक्षा जांच के दौरान अगर जरा भी संदेह होता तो व्यक्ति को पगड़ी खोलने के लिए कहा जाता. इससे सिख समुदाय में भारी रोष था और ब्रिटेन में धार्मिक नेताओं ने इस जांच को अस्वीकार्य बताया था. ब्रिटेन में सिख बड़ी संख्या में रहते हैं और उनके रोष को देखते हुए ब्रिटेन के परिवहन विभाग को इस मामले पर जल्द फैसला लेना पड़ा.
अब ब्रिटेन के परिवहन विभाग ने एक मेमो जारी किया है जिसमें हवाई अड्डों पर ऐसी जांच रोकने के लिए कहा गया है. नियमों के मुताबिक मेटल डिटेक्टर से जांच के दौरान अगर अलार्म बजता है तो बिना पगड़ी खोले हाथ के मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी. हाथ से पगड़ी की जांच की इजाजत तभी दी जाएगी अगर पगड़ी में प्रतिबंधित वस्तु पाई जाती है.
बर्मिंघम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने डेली मेल अखबार को बताया, "परिवहन विभाग ने सभी हवाई अड्डों को सलाह दी है कि पगड़ी की जांच पुराने तरीकों से ही की जानी चाहिए. इससे हाथ से पगड़ी की जांच करने की जरूरत नहीं रह जाएगी." ब्रिटेन के सिख समुदाय ने पगड़ी खोलकर जांच करने के तरीके को अपमानजनक और अस्वीकार्य करार दिया था.
ब्रिटेन में कमीशन फॉर रेशियल इक्वैलिटी के सलाहकार डॉ इंद्रजीत सिंह ने सिखों की भावनाओं को बयान करते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर पगड़ी को छूना या हटाना अपमानजनक माना जाता है. जरूरत पड़ने पर या किसी पर शक होने पर अकेले में व्यक्ति की तलाशी ली जा सकती है. कुछ सिखों का मानना था कि तलाशी के इस तरीके के जरिए उन पर निशाना साधा जा रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह